मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मन की बात नहीं करते बल्कि काम की बात करते है और वह उत्तर प्रदेश के बेटे है और प्रदेश का विकास करना चाहते है। वे काम करना चाहते है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार खुद को उत्तर प्रदेश का गोद लिया हुआ बेटा बताते हुए कहा कि इस सूबे को विकसित करने के लिये उसे सपा, बसपा तथा कांग्रेस से मुक्त कराना होगा।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जारी रहने की बात करते हुए गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव तक और भी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां इस गठबंधन में शामिल होंगी। वहीं बसपा के इन दलों में शामिल होने की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मैं किसी पार्टी का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन भाजपा को हराने के लिए सभी सेक्यूलर पार्टियों को एक साथ होना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुये एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि एक तरफ जहां मोदी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए गुजरात में दंगे नहीं रोक पाये थे वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरनगर के दंगों को अखिलेश नही रोक पाये, फिर दोनों में क्या फर्क बचा।
उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर बुधवार को 68 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके 628 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अभी तक चुनाव प्रचार के लिये अमेठी नहीं जा रही है, क्योंकि वह जनता के सवालों से बचना चाहती है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद जरूरत पड़ने पर बहुजन समाज पार्टी के साथ सरकार बनाने की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों असामाजिक तत्वों और भ्रष्टाचारियों की पार्टियां हैं और उनसे हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को 2018 में होने वाले राजस्थान, मध्यपद्रेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों की भी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव के बाद उनको यह जिम्मेदारी दे दी जाएगी। उनकी इन चुनाव की रणनीति को काफी कारगर माना जा रहा है। शुरुआती जो संकेत मिल रहे हैं, उसमें यही है कि फिलहाल प्रशांत किशोर की उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड की रणनीति कामयाब रही है।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान से पहले ही एग्जिट पोल का प्रकाशन करना दैनिक जागरण को भारी पड़ गया है। चुनाव आयोग ने दैनिक जागरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने जागरण के स्थानीय संपादक समेत अखबार के बड़े संपादकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। आयोग के आदेश के बाद दैनिक जागरण के संपादक पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है।