रवि शास्त्री के नाम पर मुहर लगने के साथ ही टीम इंडिया के कोच पर चला आ रहा सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया। एक लंबे इंतजार के बाद उन्हें मुख्य कोच बनाया गया है। मंगलवार को बीसीसीआई ने ऐलान किया कि रवि शास्त्री 2019 विश्वकप तक कोच रहेंगे।
अनिल कुंबले के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद से बहुत सारे नामों पर अटकलें थीं। टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री का नाम आने के बाद लग रहा है कि जल्द ही तस्वीर साफ होगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की प्रतिष्ठित क्रिकेट समिति में मीडिया प्रतिनिधि के पद से इस्तीफा दे दिया है।
भारत के दो पूर्व कप्तानों के बीच चल रहा विवाद बुधवार को तब नये मोड़ पर पहुंच गया जब सौरव गांगुली ने रवि शास्त्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि वह भारतीय कोच का पद नहीं मिलने के लिये उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो मुंबई का क्रिकेटर खुशफहमी में जी रहा है।
कोच पद के साक्षात्कार के दौरान रवि शास्त्री की अनदेखी से जुड़े विवाद को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए भारत के नव नियुक्त मुख्य कोच अनिल कुंबले ने आज कहा कि प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा खिलाड़ी हैं और उनके अलावा कोई और नहीं।
भारत की नये क्रिकेट कोच की लंबे समय से चली आ रही खोज मंगलवार को तब अपने अंतिम चरण में पहुंच गयी जब क्रिकेट सलाहकार समिति ने पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले और रवि शास्त्री सहित कई अन्य उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिये।
एन श्रीनिवासन को आज आईसीसी अध्यक्ष पद से हटा दिया गया जब बीसीसीआई ने उनकी जगह अपने नव निर्वाचित अध्यक्ष शशांक मनोहर को अंतरराष्टीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के पद पर मनोनीत करने का फैसला किया। बीसीसीआई की 86वीं सालाना आम बैठक में गगन खोड़ा और एमएसके प्रसाद चयन समिति के नए सदस्य बनाने का फैसला किया गया है जबकि राजिंदर सिंह हंस और रोजर बिन्नी की जगह लेंगे। अनिल कुंबले की जगह सौरव गांगुली बीसीसीआई की तकनीकी समिति के अध्यक्ष होंगे।