बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह यूवीकैन संस्था चलाते हैं, जो कैंसर से लड़ने और उसके बारे में जागरुकता फैलाने का काम करती है। मोदी ने इस खत के माध्यम से युवराज के इस प्रयास की सराहना की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, युवराज सिंह और सुरेश रैना का राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में 'यो-यो' टेस्ट में पास नहीं होना टीम इंडिया से बाहर होने की प्रमुख वजह रही।
चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली हार के बाद टीम इंडिया के मिडिल आर्डर पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कई सालों से धोनी और युवराज ने मिडिल आर्डर की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। पिछले एक दशक दोनों खिलाड़ियों ने इस आर्डर पर बल्लेबाजी करते हुए भारत को कई मैच जिताये हैं। लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में दोनों खिलाड़ियों के लचर प्रदर्शन ने मिडिल आर्डर के विकल्प पर विचार करने को मजबूर कर दिया है।
एक तरफ जहां चैंपिंयस ट्रॉफी फाइनल में भारत और पाकिस्तान के मैच का इंतजार हो रहा है तो दूसरी तरफ पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने युवराज की तारीफ कर उनसे क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। द्रविड़ ने युवराज को सुपरस्टार बताया है।
हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए रोमांचक मुकाबले के सिक्सर किंग युवराज सिंह ने अपनी इस पारी को कैंसर पीड़ितों को समर्पित किया है। इस पारी में युवी ने 32 गेंदों में 53 रन बनाए थे।
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने कहा कि यदि युवराज सिंह टूर्नामेंट में अपनी शानदार फार्म बरकरार रखते हैं तो उनके पास इंडियन प्रीमियर लीग में अपने खिताब का बचाव करने का पूरा मौका रहेगा।
कैंसर से संघर्ष के बाद युवराज सिंह ने एक समय क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में सोचा था लेकिन कप्तान विराट कोहली के विश्वास ने उसे ऐसा करने से रोका और उस विश्वास पर खरा उतरना इस धाकड़ बल्लेबाज के लिये लाजमी था।