लंबे इंतजार के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नोटबंदी का पूरा हिसाब-किताब पेश किया। लेकिन इन आंकड़ों ने नोटबंदी के दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
महिला का नाम आशा साहनी था। उनका बेटा ऋतुराज अमेरिका में सॉफ्टवेर इंजीनियर था और वहीं रहता था। 2013 में आशा साहनी के पति और ऋतुराज के पिता केदार साहनी की मौत हो गई थी।
सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा है कि इससे साफ पता चलता है कि नोटबंदी की वजह से बड़े पैमाने पर नए टैक्सपेयर्स टैक्स नेट में आए हैं। इस बार इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।