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एनजीटी ने गंगा किनारे को 'नो डेवलपमेंट जोन' घोषित किया

एनजीटी ने गंगा किनारे को 'नो डेवलपमेंट जोन' घोषित किया

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने गंगा की सफाई को लेकर गुरुवार को एक अहम फैसला सुनाया है। एनजीटी ने साफ कर दिया है कि गंगा के किनारे 100 मीटर तक किसी तरह का निर्माण कार्य नहीं होगा।
एशियाई डेवलपमेंट बैंक और उत्तर प्रदेश के बीच 2782 करोड़ रूपये का ऋण करार

एशियाई डेवलपमेंट बैंक और उत्तर प्रदेश के बीच 2782 करोड़ रूपये का ऋण करार

एशियाई डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के साथ 2782 करोड़ रुपए के ऋण अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
नाग मिसाइल का सफल परीक्षण, जानिए क्या हैं खूबियां

नाग मिसाइल का सफल परीक्षण, जानिए क्या हैं खूबियां

डीआरडीओ ने टैंक भेदी मिसाइल नाग का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण राजस्थान के रेगिस्तान में किया गया है। तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक मिलाइल का परीक्षण पिछली बार सफल नहीं रहा था। नाग पिछली बार अपने लक्ष्य से चूक गया था। इसकी तकनीकी खामियां दूर कर एक बार फिर इसका परीक्षण किया गया जिसमें यह सफल रहा है।
भाजपा विधायक का मोदी सरकार पर बड़ा हमला: कहा, ‘विकास केवल अडाणी-अंबानी का हो रहा, किसान बदहाल हैं’

भाजपा विधायक का मोदी सरकार पर बड़ा हमला: कहा, ‘विकास केवल अडाणी-अंबानी का हो रहा, किसान बदहाल हैं’

राजस्थान के भाजपा विधायक ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। विधायक ने कहा कि एक भी किसान ऐसा नहीं है जिस पर कर्ज न हो। किसान अपने दूध सड़क पर फेंक रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है।
एंटी रोमियो स्क्वॉयड बेअसर: रामपुर में सरेराह लड़कियों से छेड़छाड़

एंटी रोमियो स्क्वॉयड बेअसर: रामपुर में सरेराह लड़कियों से छेड़छाड़

जेवर में हत्या, लूटपाट और कथित गैंगरेप की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के रामपुर में लड़कियों से छेड़छाड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लड़के दो लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करते दिखाई दे रहे हैं।
जगदीश टाइटलर ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से किया इंकार

जगदीश टाइटलर ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से किया इंकार

दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है। पूर्व में इस मामले में सीबीआई जगदीश टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी थी।
भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके निकलने वाले 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य करने लायक नहीं होते हैं। सर्वेक्षण देश के आईटी व डेटा विज्ञान परिदृश्य में प्रतिभाओं की भारी कमी की ओर संकेत करता है।
मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

काफी समय से लंबित पड़ा राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक मानसून सत्र में संसद में पेश होगा और खेलमंत्री विजय गोयल ने चेताया है कि इसका पालन नहीं करने पर राष्ट्रीय खेल महासंघों को सरकार से कुछ नहीं मिलेगा।
गुंडागर्दी: अब हिंदू वाहिनी वालों ने युवती के साथ जा रहे मंगेतर को पीटा

गुंडागर्दी: अब हिंदू वाहिनी वालों ने युवती के साथ जा रहे मंगेतर को पीटा

योगी आदित्यनाथ ने जिस हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की थी, उसके नाम पर गुंडागर्दी की घटनाएं सामने आ रही हैं। मेरठ में यह लगातार दूसरी घटना है, जिसमें खुद को हिंदू युवा वाहिनी का कार्यकर्ता बताने वाले लोगों ने किसी की निजता का हनन करते हुए बदसलूकी की है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।
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