'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे देश के लोगों को किए गए वादों पर खरे नहीं उतरे। गहलोत का यह बयान उस दौरान आया जब देशभर के किसान कर्ज माफी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।