Advertisement

Search Result : "attend rss event in nagpur"

गुजरात का रण : स्वदेशी पर जोर, अब चलेगा संघ का एकात्म मानववाद मॉडल

गुजरात का रण : स्वदेशी पर जोर, अब चलेगा संघ का एकात्म मानववाद मॉडल

गुजरात में अब आरएसएस भाजपा को चुनावी आधार देने में जुट गया है। आरक्षण अधिकारों के लिए चल रहे पाटीदार, दलित व ओबीसी आंदोलनों के बीच सद्भावना बैठकों के जरिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा के लिए सक्रिय हो गया है। संघ स्‍वदेशी पर जोर देते हुए अब प्रदेश में 700 बैठकें करने की तैयारी में है। इसी के साथ संघ ने देश में एकात्म मानववाद मॉडल लागू करने की घोषणा की है।
संघ चाहता है वाल्मीकि का जीवन चरित जानें जनता

संघ चाहता है वाल्मीकि का जीवन चरित जानें जनता

हाल ही में हैदराबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों में दक्षिण भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इससे जुड़े संगठनों के लोगों के प्रति हिंसा के साथ सामाजिक समरसता पर भी बात हुई।
मुस्लिम समुदाय को तीन तलाक पर गंभीरता से विचार करना चाहिए: आरएसएस

मुस्लिम समुदाय को तीन तलाक पर गंभीरता से विचार करना चाहिए: आरएसएस

मुसलमानों के बीच एक साथ तीन तलाक की व्यवस्था को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खारिज किए जाने के एक दिन बाद आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि समुदाय को तीन तलाक के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए।
आरएसएस का आरोप, राजनीति प्रेरित हत्याओं में शामिल हैं कम्युनिस्ट

आरएसएस का आरोप, राजनीति प्रेरित हत्याओं में शामिल हैं कम्युनिस्ट

आरएसएस ने हैदराबाद में आज से शुरू हुए अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल सम्मेलन में कम्युनिस्टों पर केरल में राजनीति प्रेरित हत्याओं में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
न्यूजर्सी में भारतीय अमेरिकी रैली को संबोधित करेंगे ट्रंप

न्यूजर्सी में भारतीय अमेरिकी रैली को संबोधित करेंगे ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद के हिंदू पीड़ितों के लिए न्यूजर्सी में आयोजित एक चैरिटी समारोह में भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करेंगे। रिपब्लिकन हिंदू कोलिशन (आरएचसी) इस समारोह को आयोजित करेगा। आरएचसी के संस्थापक एवं अध्यक्ष शलभ शाल्ली कुमार ने कहा, यह इतिहास बन रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी उम्मीदवार ने किसी हिंदू समारोह में शिरकत की हो।
92 साल बाद संघ का गणवेश बदला, अब निकर नहीं फुल पेंट पहनेंगे

92 साल बाद संघ का गणवेश बदला, अब निकर नहीं फुल पेंट पहनेंगे

स्‍थापना के 92 साल बाद राष्ट्रीय स्वसंयवेक संघ का गणवेश बदल गया है। संघ के स्वयंसेवक अब निकर की बजाय फुल पेंट पहनेंगे। मंगलवार को विजयादशमी के मौके पर आयेाजित समारोह में खाकी निकर की बजाय ब्राउन फुल पैंट में सदस्‍यों ने मार्च किया। नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल हुए।
अभिनव गुप्त के बिना कश्मीरियत अधूरी : मोहन भागवत

अभिनव गुप्त के बिना कश्मीरियत अधूरी : मोहन भागवत

आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का 91वां स्थापना दिवस खास है। पहली बार संघ प्रमुख के साथ स्वयंसेवक नए गणवेश में दिखे और हाल ही में हुई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक अलग तरह का उत्साह था। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने अपने सालाना संबोधन में संघ के बड़े नेता दीनदयाल उपाध्याय से लेकर स्वामी विवेकानंद तक और कश्मीर से लेकर पाकिस्तान तक की बात की।
लालू ने संघ के पहनावे में बदलाव का श्रेय राबड़ी को दिया

लालू ने संघ के पहनावे में बदलाव का श्रेय राबड़ी को दिया

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा हाफ पैंट छोड़कर पतलून अपनाए जाने का श्रेय आज अपनी पत्नी राबड़ी देवी को दिया।
जेएनयू में योग और सांस्कृतिक पाठ्यक्रम का प्रस्ताव फिर हुआ खारिज

जेएनयू में योग और सांस्कृतिक पाठ्यक्रम का प्रस्ताव फिर हुआ खारिज

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शीर्ष निर्णायक निकाय अकादमिक काउंसिल ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और योग में अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिया था। बताया जा रहा है कि आरएसएस और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के दबाव में इन विषयों में पाठ्टक्रम शुरू रने का प्रसताव तैयार किया गया है।
दीनदयाल दर्शन की एक चाभी संघ, एक भाजपा के पास

दीनदयाल दर्शन की एक चाभी संघ, एक भाजपा के पास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने आज दिल्ली के विज्ञान भवन में दीनदयाल उपाध्याय वाड्मय (15 खंड) का विमोचन किया। आम विमोचन से अलग इस समरोह में पुस्तकें सुनहरे वर्क में लिपटी हुई अतिथियों के हाथों में नहीं थीं। समारोह में दीनदयाल उपाध्याया वाड्मय के 15खंड एक बक्से में रख थे जिसके दो कपाटों पर ताला लगा था। एक कपाट पर लगा ताला मोदी ने खोला जबकि दूसरी ओर का भय्याजी जोशी ने। आज के कार्यक्रम का यही सबसे बड़ा संदेश था, जिसके निहितार्थ बहुत कुछ समझे जा सकते हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement