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दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में होता है इंटरनेट शटडाउन, मोदी सरकार हो रही है बार-बार नेट बंद करने को मजबूर

दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में होता है इंटरनेट शटडाउन, मोदी सरकार हो रही है बार-बार नेट बंद करने को मजबूर

नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों से पास होने के बाद से ही देश भर में...
स्विस बैंकों में भारतीयों के दस खातों का कोई दावेदार नहीं, जल्द सरकारी खजाने में चली जाएगी राशि

स्विस बैंकों में भारतीयों के दस खातों का कोई दावेदार नहीं, जल्द सरकारी खजाने में चली जाएगी राशि

स्विस बैंकों में भारतीयों के करीब एक दर्जन निष्क्रिय बैंक खातों के लिए कई साल से कोई दावेदार सामने...
लोकसभा चुनाव से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त का बड़ा बयान, 'हम बैलट पेपर के युग में वापस नहीं जाने वाले'

लोकसभा चुनाव से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त का बड़ा बयान, 'हम बैलट पेपर के युग में वापस नहीं जाने वाले'

हाल ही में लंदन के साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा के ईवीएम हैक को लेकर किए गए दावे के बाद गुरुवार को मुख्य...
सीआईसी ने पीएमओ से पूछा, ‘टीम इंडिया के लिए ब्रिटिश काल का ‘लोगो’ क्यों?’

सीआईसी ने पीएमओ से पूछा, ‘टीम इंडिया के लिए ब्रिटिश काल का ‘लोगो’ क्यों?’

केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से भारतीय क्रिकेट टीम के लोगो को लेकर सवाल उठाया है। सीआईसी ने बीसीसीआई के स्टार वाले लोगो पर सवाल उठाया है।
अंग्रेजो के जमाने में लीज पर दी गई  संपत्तियों की नहीं है कोई सूची

अंग्रेजो के जमाने में लीज पर दी गई संपत्तियों की नहीं है कोई सूची

अंग्रेजो के समय कितनी संपत्ति लीज गई थी और उनका क्या स्टेट्स है। इस बात की कोई सूची डीडीए व अन्य किसी भूमि प्रबंधन निकाय पर नहीं है। यह खुलासा केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) में सुनवाई के दौरान हुआ। आयोग ने भू-प्रबंधन से जुड़े निकायों को राजधानी की लीज संपत्तियों की संकलित सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

आज दलित समुदाय हर दृष्टि से चौराहे पर खड़ा है। कई दशक बाद दलित राजनीति लगभग हाशिए पर पंहुच गई है। दलित जन प्रतिनिधियों से दलित समुदाय एकदम निराश है। वे समुदाय पर होने वाले अत्याचार के मसलों पर कुछ नहीं बोलते हैं। अब दलित समाज में उन्हें खुले मंचों से पूना पैक्ट की खरपतवार कहना शुरू कर दिया है।
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