Advertisement

Search Result : "default bank"

नोटबंदी: सवाल जिनके जवाब सरकार और रिजर्व बैंक को देने होंगे

नोटबंदी: सवाल जिनके जवाब सरकार और रिजर्व बैंक को देने होंगे

30 और 31 अगस्त के सरकारी आंकड़े आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए कई सवाल लेकर आये हैं और यह सवाल नोटबंदी से जुड़े हैं जिन पर सरकार और रिजर्व बैंक को सफाई देनी चाहिए।
नोटबंदी की वजह से लोगों की जानंद गईं, आर्थिक नुकसान हुआ, क्या  पीएम लेंगे जिम्मेदारी: राहुल गांधी

नोटबंदी की वजह से लोगों की जानंद गईं, आर्थिक नुकसान हुआ, क्या पीएम लेंगे जिम्मेदारी: राहुल गांधी

अर्थव्यवस्था, आम जनता, बैंकों और आरबीआई पर नोटबंदी के व्यापक असर को देखते हुए सिर्फ एक फीसदी नोटों का बैंकों में वापस न आना चौंकाने वाला आंकड़ा है।
99 फीसदी पुराने नोट वापस तो कहां है काला धन, नोटबंदी पर उठे सवाल

99 फीसदी पुराने नोट वापस तो कहां है काला धन, नोटबंदी पर उठे सवाल

लंबे इंतजार के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नोटबंदी का पूरा हिसाब-किताब पेश किया। लेकिन इन आंकड़ों ने नोटबंदी के दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
शुक्रवार को जारी होगा 200 रुपये का नोट, सामने आई तस्‍वीर

शुक्रवार को जारी होगा 200 रुपये का नोट, सामने आई तस्‍वीर

आरबीआई की प्रेस रिलीज के मुताबिक, 200 रुपये के नोट महात्मा गांधी सीरीज में छापे जाएंगे। इसमें आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के दस्तख़त होंगे।
आम्रपाली के बायर्स ने साधा हरभजन पर निशाना, कहा-

आम्रपाली के बायर्स ने साधा हरभजन पर निशाना, कहा- "आप लोगों को तो मिल गया मुफ्त में विला"

आम्रपाली ग्रुप को लेकर ऐसी खबरें आ रही हैं कि कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है ओर इसके प्रमोटर देश छोड़कर भागने की फिराक में हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हड़ताल से आम लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हड़ताल से आम लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी

भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने उपभोक्ताओं को पहले ही बता दिया था कि अगर हड़ताल होती है तो शाखाओं में कामकाज प्रभावित हो सकता है।हड़ताल का आह्वान यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के तत्वाधान में विभिन्न यूनियनों ने किया है।
एसबीआई को वसूलना हैं 25 हजार करोड़, पीएनबी का 12 हजार करोड़ विलफुल डिफॉल्टर पर

एसबीआई को वसूलना हैं 25 हजार करोड़, पीएनबी का 12 हजार करोड़ विलफुल डिफॉल्टर पर

वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 के अंत तक जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का 92,376 करोड़ रुपये का बकाया था।
Advertisement
Advertisement
Advertisement