मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो आज आईसीडीएस योजना के तहत अंडा दिए जाने की इतनी मुखालफत कर रहे हैं उन्होंने ही सात साल पहले होशंगाबाद जिले में अंडा दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया था। उस समय वह मुख्यमंत्री थे। होशंगाबाद के आदिवासी ब्लॉक में अंडा दिए जाने के लिए उन्होंने प्रोजेक्ट शक्तिमान को हरी झंडी दी थी। इस प्रोजेक्ट का नाम फिल्मकार मुकेश खन्ना के सीरियल शक्तिमान के नाम पर था। प्रोजेक्ट के तहत कुपोषित बच्चों को उबला अंडा और उबले आलू देने का प्रावधान था लेकिन आज वही शिवराज सिंह हैं जो अंडा न दिए जाने की बात पर अटल हैं।
कुपोषित बच्चों को आईसीडीएस योजना के तहत अंडा दिए जाने पर विवाद जारी है। मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान अंडा दिए जाने के विवाद से जुड़े सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि ‘अंडा दिए जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमें एक दिन में चार से छह फीसदी प्रोटीन चाहिए होता है जो कि एक रोटी और दाल से मिल जाता है। बशर्ते वह साफ-सुथरा हो। ’