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तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में आज से होगी सुनवाई, जानें कैसे हुई थी मामले की शुरूआत

तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में आज से होगी सुनवाई, जानें कैसे हुई थी मामले की शुरूआत

तीन तलाक के मामले पर आज से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ द्वारा इस मामले की सुनवाई की जाएगी।
आज चढ़ेगा मुंबई में बीबर का फीवर..

आज चढ़ेगा मुंबई में बीबर का फीवर..

इंटरनेशनल पॉप सेंसेशन जस्टिन बीबर आज नवीं मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में परफॉर्म करेंगे। जस्टिन की टीम मुंबई पहुंच चुकी है और कॉन्सर्ट की तैयारियों में जुटी हुई है। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। जस्टिन के इस कॉन्सर्ट को अब तक का सबसे बड़ा और महंगा कॉन्सर्ट माना जा रहा है।
फडनवीस ने डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की

फडनवीस ने डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने आज राज्य में रेजिडेंट डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार अस्पतालों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
यूपी मुख्यमंत्री को लेकर जल्द खत्म होगा सस्पेंस, मनोज सिन्हा, केशव मौर्य समेत रेस में 6 नाम

यूपी मुख्यमंत्री को लेकर जल्द खत्म होगा सस्पेंस, मनोज सिन्हा, केशव मौर्य समेत रेस में 6 नाम

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद आज वो दिन आ गया है जब यूपी मुख्यमंत्री को लेकर पिछले सात दिनों से चल रहा सस्पेंस आज खत्म हो जाएगा। आज शाम 4.30 बजे विधायक दल की बैठक के बाद सीएम का नाम तय होगा। विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए मोदी मंत्रिमण्डल में नगर विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू और पार्टी महामंत्री तथा राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव भी यूपी जाएंगे।
योगेश्वर की रजत की उम्मीद टूटी

योगेश्वर की रजत की उम्मीद टूटी

भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त के लंदन ओलंपिक में जीते गये कांस्य पदक के रजत पदक में बदलने की संभावना लगभग समाप्त हो गयी है लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने आज दावा किया कि उसे इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है।
भीष्म साहनी का आज का अतीत

भीष्म साहनी का आज का अतीत

लोगों की पहचान, संस्कृति और राजनीति को आकार देने के पीछे न अनगिनत आंदोलनों और अभियानों का हाथ होता है। शायद अनगिनत, और भीष्म साहनी जैसी शख्सियत को गढ़ने में भी स्वतंत्रता आंदोलन, पूर्वाग्रहों और अज्ञानता से जंग के कई अभियान गुजरे होंगे इसलिए उनका जीवन और उनके संस्मरण आज के दौर के लिए प्रासंगिक हैं।
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