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तय समय में फ्लैट नहीं देने पर बिल्‍डर 10 फीसदी की दर से खरीददार को ब्‍याज देगा

तय समय में फ्लैट नहीं देने पर बिल्‍डर 10 फीसदी की दर से खरीददार को ब्‍याज देगा

अगर आपने किसी प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करा रखा है और बिल्‍डर समय-सीमा बीत जाने के बाद भी आपको फ्लैट का पजेशन नहीं दे रहा है तो अब बिल्‍डर को आपको मुआवजा देना पड़ेगा। यह रकम ब्‍याज के रूप में होगी। घर देने में देरी करने वाले बिल्डरों को अब खरीदारों को उनके द्वारा चुकाई गई रकम पर 10 फीसदी की दर से ब्‍याज के रूप में मुआवजा देना पड़ेगा।
जम्मू-कश्मीर: पत्थरबाजी रोकने बढ़ाई जाएगी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

जम्मू-कश्मीर: पत्थरबाजी रोकने बढ़ाई जाएगी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल के जवानों पर पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए रणनीति बननी शुरू हो गई है। इसके तहत पहले सोशल साइटों को बंद कर इन घटनाओं को रोकने की कोशिश की गई। अब सरकार जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए 1000 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती करने जा रही है।
कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट बंद, पत्थरबाजी में आई कमी

कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट बंद, पत्थरबाजी में आई कमी

कश्मीर घाटी में तनाव को रोकने के लिए इंटरनेट सेंवाएं बंद कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मोबाइल इंटरनेट सेवा के सस्पेंड किए जाने के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी आई है।
राजस्थान में कश्मीरी छात्रों से मारपीट, मेरठ में प्रदेश छोड़ने की धमकी

राजस्थान में कश्मीरी छात्रों से मारपीट, मेरठ में प्रदेश छोड़ने की धमकी

कश्मीर में सेना और स्थानीय लोगों के संघर्ष का वीडियो काफी वायरल हुआ था। अब कश्मीर से बाहर रह रहे कश्मीरी छात्रों को भी इस वीडियो की वजह से मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। एक तरफ जहां राजस्थान में कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट की खबर मिल रही है वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके निकलने वाले 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य करने लायक नहीं होते हैं। सर्वेक्षण देश के आईटी व डेटा विज्ञान परिदृश्य में प्रतिभाओं की भारी कमी की ओर संकेत करता है।
मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

मानसून सत्र में पेश होगा खेल विधेयक: गोयल

काफी समय से लंबित पड़ा राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक मानसून सत्र में संसद में पेश होगा और खेलमंत्री विजय गोयल ने चेताया है कि इसका पालन नहीं करने पर राष्ट्रीय खेल महासंघों को सरकार से कुछ नहीं मिलेगा।
‘पीएम मोदी ने हमारे प्रयासों में हमारे साथ रहने का वचन दिया है’

‘पीएम मोदी ने हमारे प्रयासों में हमारे साथ रहने का वचन दिया है’

भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर कई मामलों में फैसले किए। उन्होंने कहा कि हमने भारत की सुरक्षा चिंताओं को व्यापक रूप से संबोधित किया है, और यह विश्वास बनाने में भी महत्वपूर्ण रहा।
पीएम बोले, आजादी के बाद पहली बार होगा झारखंड का विकास

पीएम बोले, आजादी के बाद पहली बार होगा झारखंड का विकास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को झारखंड में गंगा पुल का शिलान्यास किया, मल्टी मॉडल बंदरगाह की आधारशिला के साथ ही साहिबगंज-गोविंदपुर मनिहारी सड़क का शुभारंभ भी किया। गंगा नदी पर बनाया जाने वाला यह पुल राज्य के साहेबगंज से बिहार के मनिहारी को जोड़ेगा जो 21.9 किलोमीटर लंबा होगा।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।