राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की संस्था ‘प्रबोधिनी’ के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप (आईआईडीएल) में अब सड़क से संसद तक की नेतागिरी सिखाएगी।
सीबीआइ द्वारा दर्ज एफआइआर के मुताबिक, घूस को छिपाने के लिए मानस पात्रा पहले इस रकम को अपने एकाउंट में जमा कर लेता था। बाद में उस रकम को मल्होत्रा की पत्नी के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर देता था।
हाल ही में रेलवे के खाने को लेकर संसद में कैग रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें बताया गया कि ट्रेनों में मिलने वाला खाना खाने लायक नहीं है। संसद में इस रिपोर्ट को पेश हुए ज्यादा दिन नहीं बीते थे कि यूपी के यात्रियों ने इसका सबूत भी दे दिया।
सड़कें हम सबको जोड़ती हैं। सड़कें हमें हमारी मंजिलों तक बड़ी आसानी से पहुंचाती हैं। लेकिन सड़कों पर उभर आए ये गड्ढे आज परेशानी की वजह बन गए हैं। ये गड्ढे ना सिर्फ हमें हमारे मकाम तक पहुंचने में बाधक बन रहे हैं बल्कि जिंदगी को निगलने वाली गहरी मौत की खाई भी साबित हो रहे हैं।