जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में एक बार फिर पाकिस्तानी सेना ने युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में एक दंपती की मौत हो गई और उनके दो बच्चे घायल हो गए हैं।
कांग्रेस पार्टी ने व्हाट्सऐप मैसेज को लेकर एक कड़ा कदम उठाया है। हाल ही में कांग्रेस ने अपने मेरठ के जिला अध्यक्ष विनय प्रधान को पद से हदा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पार्टी से भी सस्पेंड कर दिया है। कांग्रेस का यह कदम उठाने की वजह यह है कि जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को पप्पू कह दिया था।
सोशल मीडिया पर आये दिन छोटे बच्चों के कई अनोखे कारनामों से जुड़े हैरतअंगेज वीडियो देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड हो रहा है, जिसने सिर्फ डॉक्टरों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया है। इस वीडियो में पैदा होते ही एक बच्चा चलने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से की गई गोलाबारी को लेकर भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को समन भेजा है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा में भारत ने जवाबी कार्रवाई की थी। इसमें पाकिस्तान के दो जवान घायल हो गए।
पाकिस्तान ने आज एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के पुंछ में कृष्णागति सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया है। फायरिंग में भारतीय सेना और बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए हैं। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से फायरिंग के अलावा रॉकेट लॉन्चर से भी हमला किया है।
पाकिस्तानी सैन्य बलों ने इस माह में छठी बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों पर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की और मोर्टार दागे।
पाकिस्तान ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और गोलीबारी की। पाक ने पिछले दो दिनों में ये चौथी बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों और रहवासी इलाकों पर स्वचलित हथियारों से गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और दोनों ने संघर्ष-विराम उल्लंघनों को लेकर चिंता जाहिर करने के लिए आज फिर एक दूसरे के उप उच्चायुक्तों को तलब किया। वहीं भारत ने इस्लामाबाद में अपने आठ अधिकारियों की सूचना सार्वजनिक किए जाने के तरीके पर विरोध दर्ज कराया जिससे उनकी सुरक्षा को खतरे में डाला गया।