उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट आज से खुल गए हैं। कपाट खुलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रभु केदारनाथ का रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की थी। परंतु उसके लगभग दो सौ साल बाद कुमाऊं में अल्मोड़ा के पंडित देवीदत्त जोशी ने ब्रजभाषा में श्री रामलीला नाटक लिख कर एक अनूठा प्रयोग किया। पूरी तरह गेयशैली में लिखे गए इस नाटक में उन्होंने अनेक स्वरचित गीत डाले।