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मंटो की खातिर कान गईं नंदिता

मंटो की खातिर कान गईं नंदिता

नंदिता दास यूं तो पहले भी दो बार जूरी के सदस्य के रूप में कान फिल्मोत्सव में शिरकत कर चुकी हैं। लेकिन इस बार वह फिल्में देखने या रेड कारपेट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बजाय कुछ खास काम ले कर गई हैं।
सलमान की जगह वरुण निभाएंगे ‘शुद्धि’ में अहम रोल

सलमान की जगह वरुण निभाएंगे ‘शुद्धि’ में अहम रोल

'स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के मुख्य अभिनेता वरुण धवन और मुख्य अभिनेत्री आलिया भट्ट फिल्मकार करण जौहर की महत्वाकांक्षी फिल्म ‘शुद्धि’ में मुख्य अहम भूमिकाएं निभाएंगे।
ऐश्वर्या की सिल्वर स्क्रीन पर वापसी

ऐश्वर्या की सिल्वर स्क्रीन पर वापसी

पांच वर्षों के अंतराल के बाद फिल्म 'जज्बा' से सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रही हैं ऐश्वर्या राय। इस फिल्म के पहली लुक को कांस फिल्मोत्सव में मिल रही प्रतिक्रिया से खुश हैं।
कान के रेड कार्पेट पर ऐश का जादू

कान के रेड कार्पेट पर ऐश का जादू

बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने एली साब का शानदार गाउन पहनकर कान फिल्मोत्सव के रेड कार्पेट पर अपनी बेमिसाल खूबसूरती का जलवा बिखेरा। 41 वर्षीय पूर्व विश्व सुंदरी बिना आस्तीन की नेट की ड्रेस में बेहद खूबसूरत लग रही थीं और उनके खुले बाल उनकी सुंदरता में चार चांद लगा रहे थे।
अनुष्का-रणवीर की केमेस्ट्री

अनुष्का-रणवीर की केमेस्ट्री

चमचमाते कैमरों के बीच व्हील चेयर पर शशि कपूर जब पृथ्वी थियेटर के मंच पर अरुण जेटली से दादा साहेब फाल्के अवार्ड लेने आये, तो माहौल भावुक हो उठा। उनकी अभिनय यात्रा को उनके पौत्र रणवीर कपूर ने अपनी आवाज से जिंदा किया, तो सारा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। हर किस्म के किरदार में फिट और नए-नए तरह के किरदार निभाने का माद्दा रखने वाले रणवीर की हाल ही में नई फिल्म प्रदर्शित हुई है, बॉम्बे वेल्वेट। अनुष्का के संग उनकी जोड़ी खूब जमी है। फिल्मी दुनिया में दो कलाकारों के बीच के सामंजस्य का बहुत फर्क पड़ता है। यही केमेस्ट्री बाद में दोनों कलाकारों को फायदा पहुंचाती है। इन दोनों कलाकारों ने दिल से बताए फिल्मी दुनिया के अपने खट्टे मीठे अनुभव
अखिलेश बनाएंगे यूपी में फिल्म सिटी

अखिलेश बनाएंगे यूपी में फिल्म सिटी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि पहले लोग फिल्म निर्माता और निर्देशकों उत्तर प्रदेश आने से डराते थे। लेकिन अब हालात बदले हैं और राज्य सरकार की नई फिल्म नीति की वजह से अधिक से अधिक लोग यहां अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए आ रहे हैं।
समीक्षा - बॉम्बे वेल्वेट

समीक्षा - बॉम्बे वेल्वेट

अनुराग कश्यप अपनी फिल्में अंधेरा बुनते हैं। ऐसा अंधेरा जिससे सभी का साबका पड़ता है। लेकिन सभी दौड़ते हुए इसलिए आगे निकल जाते हैं कि शायद आगे रोशनी की किरणें हों। अनुराग फिल्मों के सिरे इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते कि दर्शक उन्हें पकड़ कर फिल्मों की परद में घुसता चला जाए।
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