राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए लक्षित हमलों को एक ऐसा हमला बताया जिसका सभी लोग इंतजार कर रहे थे।
नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर सेना के लक्षित हमले के आलोक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक कर बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं को स्थिति के बारे में बताया। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर इस संबंध में उनसे चर्चा की।
उद्योग जगत ने भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के कदम का पूरा समर्थन करते हुए आज कहा कि यह कड़ी कार्रवाई का समय है।
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के उस दावे को मनगढ़ंत करार दिया है , जिसमें उसने सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सैन्य अभियान को अंजाम देने का दावा किया था। पाकिस्तान ने कहा कि सीमापार की गोलीबारी को लक्षित हमला करार देकर भारत मीडिया में सनसनी पैदा करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा, भारत की ओर से कोई लक्षित हमला नहीं हुआ बल्कि भारत ने सीमापार से गोलीबारी शुरू की, जो कि अक्सर होता है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के कश्मीर और नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन का मुद्दा उठाने पर भारत ने इसका करारा जवाब देते हुए कहा कि इस्लामाबाद असल में आतंकवाद को पालने पोसने और प्रायोजित करने की अपनी ही नीतियों का शिकार हो गया है।