एक लंबे चौड़े डिस्क्लेमर के बाद बस पांच मिनट में ही दर्शकों को पता चल जाता है कि दरअसल असली "इंदू सरकार" कौन है। लचर नरैशन, उससे भी ढीली पटकथा और अपने पात्र को स्थापित करने के लिए ही मधुर भंडारकर आधा घंटा लेते हैं। मधुर ने फिल्म ऐसे बनाई है जैसे आपातकाल आज लगा हो और उन्हें हर कदम फूंक-फूंक कर रखना है। वरना सावधानी हटी और दुर्घटना घटी जैसा कुछ होगा और वह सीधे तिहाड़ दर्शन कर लेंगे।
अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' पर बढ़ते विवाद को देखते हुए मुंबई पुलिस ने डायरेक्टर मधुर भंडारकर को विशेष सुरक्षा मुहैया कराई है। इस फिल्म को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध जता रहे हैं।
निर्देशक मधुर भंडारकर की अपकमिंग फिल्मक 'इंदु सरकार' का ट्रेलर रिलीज हो गया है और जब से यह ट्रेलर लॉन्च हुआ उसके बाद से ही इस फिल्म को कांग्रेस की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है।