अर्जेंटीना और बेल्जियम पहली बार ओलंपिक में हॉकी के खिताब के लिये एक दूसरे के आमने-सामने होंगे जिन्होंने क्रमश: गत चैम्पियन जर्मनी और नीदरलैंड जैसे धुरंधरों को हराया।
भारत की युवा जिमनास्ट दीपा करमाकर 31वें ओलम्पिक खेलों में वॉल्ट स्पर्धा के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं। वह महज कुछ अंकों के साथ कांस्य पदक से चूक गईं लेकिन इसके बावजूद वह इतिहास रच गईं। लेकिन अपनी इस हार से दीपा करमाकर पूरी तरह से निराश और देश की सवा सौ करोड़ जनता से माफी भी मांगी हैं।
ओलंपिक में पिछले 36 वर्षों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से एक जीत दूर भारतीय पुरूष हाकी टीम रियो खेलों में रविवार को मजबूत बेल्जियम के खिलाफ होने वाले क्वार्टर फाइनल में अपनी गलतियों को दूर करके वर्षों बाद नया मुकाम हासिल करने के लिये उतरेगी।
भारतीय महिला हाकी टीम का लचर प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और अमेरिका ने उसे 3-0 से हराकर रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के उसके रास्ते लगभग बंद कर दिये।
पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रही जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने व्यक्तिगत वॉल्ट फाइनल में जगह बनाकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा। आठवें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली दीपा यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय हैं।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
रियो ओलंपिक में शानदार शुरुआत करते हुए भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने अपने पहले मैच में आयरलैंड को एक कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। रूपिंदर पाल सिंह की अगुआई में ड्रैग फ्लिकरों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने यह जीत दर्ज की।
रियो ओलंपिक से पहले दमदार प्रदर्शन से उत्साहित भारतीय पुरूष टीम शनिवार से शुरू हो रही हाकी स्पर्धा में 36 साल पुराना पदक का इंतजार खत्म करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। आठ बार की ओलंपिक चैम्पियन भारतीय टीम ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण 1980 में मास्को में जीता था।
ओलंपिक के लिए गई भारतीय हॉकी टीमों को खेल गांव में कुर्सियों और टीवी सेट की कमियों का सामना करना पड़ा रहा है। टीम के मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमैंस ने शिकायत की है कि खिलाड़ियों के कमरे पूरी तरह तैयार नहीं हैं।