प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली वार्ता पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। सोमवार को दोनों नेताओं की मुलाकात होगी।
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद 25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले बार अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। ट्रंप के स्वभाव को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि पीएम मोदी को ओबामा के कार्यकाल की तरह वही गर्मजोशी मिलेगी या नहीं? फिलहाल तो नई दिल्ली की तरफ से ज्यादा से ज्यादा यही उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी की यह यात्रा बिना किसी विघ्न के सकुशल संपन्न हो जाए।
ब्रिटेन और अमेरिका सहित लगभग 100 देशों में एक बड़े साइबर अटैक का मामला सामने आया है। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार मालवेयर कंप्यूटर वायरस 'रैंसमवेयर' कंप्यूटर को प्रभावित कर रहा है। इस मेलवेयर कंप्यूटर वायरस ने लगभग 100 देशों के कंप्यूटर सिस्टम को किसी न किसी रूप में नुकसान पहुंचाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस समझौते को एकतरफा बताते हुए भारत पर सीधे तौर पर निशाना साधा है। ट्रंप ने कहा कि पेरिस समझौते के तहत भारत कोई योगदान नहीं कर रहा है। भारत के साथ ही ट्रंप ने रूस और चीन पर भी हमला बोला है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने कश्मीर मुद्दे को दक्षिण एशिया में शांति के लिए मुख्य बाधा बताते हुए कहा कि यह वैश्विक समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह इस क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दे पर काम करें।
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया अपने वीजा नियमों में बदलाव कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बदलाव का असर भारत सहित अन्य देशों पर पड़ने वाला है। लिहाजा भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी सरकार से विचार विमर्श करने को कहा है।
भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव तक भारतीय राजनयिक पहुंच मुहैया कराने से पाकिस्तान ने एक बार फिर साफ इनकार कर दिया है। भारत ने ये मांग 15 वीं बार की, लेकिन हर बार की तरह पाकिस्तान ने इनकार कर दिया है। अब भारत इस मामले में अमेरिका से उम्मीद लगा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर भारत आ रहे हैं। संभावना है कि जाधव मसले पर भारत में उनके समकक्ष अजीत डोभाल से बातचीत हो सकती है।
अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञों ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाने के पाकिस्तान के निर्णय पर चिंता जतायी है और कहा है कि पाकिस्तान स्वयं को विश्व मंच पर अलग-थलग किए जाने के खिलाफ भारत को एक कड़ा संदेश देना चाहता है।