दुकानों से पटी वह एक भीड़-भरी तंग गली थी जिस पर एक दूसरे से हिल-मिल कर बने हुए मकानों की कतारों में किसी एक घर की एकमात्र खिड़की/बालकनी/बरामदे पर चाइनीज एलइडी से लिखे गए 56 इंच के बड़े-बड़े अक्षरों में “देश-भक्त ही देशभक्त” का साइन बोर्ड लिबडिब-लिबडिब करके जल बुझ रहा था।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2015-16 में कांग्रेस और भाजपा को अज्ञात स्रोतों से कुल 646.82 करोड़ रुपये की आय हुई। एडीआर की एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है।
फोटो शेयर करने के कुछ देर बाद ही लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाओं देनी शुरु कर दी। जहां कुछ लोगों ने इस फोटो की जमकर तारीफ की और वहीं कुछ लोगों ने उनकी ड्रेस को लेकर नराजगी जताई और उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
रघुराम राजन ने अपनी किताब 'I Do What I Do: On Reforms Rhetoric and Resolve' में नोटबंदी से जुड़ी कई बातों का भी उल्लेख किया है। किताब में राजन ने लिखा है कि उनके कार्यकाल के दौरान कभी भी आरबीआई ने नोटबंदी पर फैसला नहीं लिया था।