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चिर युवा कृष्णा सोबती

चिर युवा कृष्णा सोबती

कृष्णा सोबती सबसे उम्र दराज ज्ञानपीठ विजेता हैं। 92 साल की उम्र में भी वह लेखन को लेकर उतनी ही सजग और...
मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने कहा- ‘सेना के डेरा में घुसने की तत्काल कोई योजना नहीं’

मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने कहा- ‘सेना के डेरा में घुसने की तत्काल कोई योजना नहीं’

मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने कहा कि सेना का डेरा में घुसना एक भ्रम था। उन्होंने कहा कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है।
अब प्यार भी स्वाइप होगा

अब प्यार भी स्वाइप होगा

‘वो स्वाइप करके उतर गई मेरे दिल में’ सुदीप नगरकर के अंग्रेजी उपन्यास नॉवेल ‘शी स्वाइप्ड राइट इनटू माय हार्ट’ का हिंदी अनुवाद है। नगरकर पहले से ही रोमांटिक नॉवेल्स के कारण जाने-पहचाने नाम बन चुके हैं। ये नॉवेल भी प्रेम कहानी है जो दोस्ती की चाशनी में भीगी हुई है।
राजपाल यादव भी कूदेंगे यूपी के मैदान, नई पार्टी का किया एलान

राजपाल यादव भी कूदेंगे यूपी के मैदान, नई पार्टी का किया एलान

बॉलीवुड कलाकार राजपाल यादव अब राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। उन्‍होंने सर्व सम्‍भाव पार्टी (एसएसपी) के नाम से नई पार्टी बनाई है। उन्‍होंने कहा है कि उनकी पार्टी उत्‍तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेेगी। विवाद की बजाय संवाद की राजनीति करने का दावा कर रहे राजपाल यादव ने आगे कहा कि हम चुनाव लड़ेंगे, लेकिन हमारा अंदाज अलग होगा। हम देश और समाज को बताएंगे कि राजनीति कैसे की जाती है। लोकतंत्र किस तरीके से मजबूत और पुख्ता होता है।
यादों के संदूक में शब्द

यादों के संदूक में शब्द

बचपन सभी का सुनहरा होता है। इसी बचपन की यादों का पिटारा जब शब्दों में सहेज लिया जाता है तो किताब बन जाता है। ऐसी ही एक किताब है आर के नारायण की। उनके बचपन के संस्मरणों पर आधारित इस किताब का नाम है, मेरी जीवन गाथा।
रस्किन की कहानियां

रस्किन की कहानियां

रस्किन बॉन्ड ऐसे लेखक हैं, जिनकी रचनाओं को हर उम्र के लोग चाव से पढ़ते हैं। इसकी मुख्य वजह उनकी कहानियों में पठनीयता का होना है। कहानियों का स्वतः प्रवाह, रोचकता के साथ प्रकृति से जुड़ाव को अनूठी शैली में रचने का उनका अपना अंदाज है।
मिसिंग पर्सन पुस्तक हिंदी में

मिसिंग पर्सन पुस्तक हिंदी में

हर व्यक्ति का अपना एक अतीत होता है। बल्कि कहना गलत न होगा कि हमारा वर्तमान हमारे अतीत की नींव पर टिका होता है। ऐसे में अगर हमारे भीतर से अतीत विस्मृत हो जाए तो हमारा पूरा वजूद डावांडोल होने लगता है। हम अपनी पहचान के संकट से आक्रांत हो उठते हैं। ऐसे में किसी संवेदनशील व्यक्ति का अपने अतीत की तहों में उतरकर स्मृतियों के रेशे तलाशना स्वाभाविक है।
जीवन के आयामों का आइना पॉल की तीर्थयात्रा

जीवन के आयामों का आइना पॉल की तीर्थयात्रा

तरक्की के इस दौर में, सभ्यता और आधुनिकता के बीच तालमेल बनाने की होड़ मची हुई है। इस दौर में परिवारों का ढांचा भी बदल गया है। संयुक्त परिवारों की जटिलताओं के दौर से निकलने के बाद तरक्की पसंद लोगों ने एकल परिवार की नई परिकल्पना संसार को दी थी।
मुट्ठी के मुहाने पर तरक्की का आसमान

मुट्ठी के मुहाने पर तरक्की का आसमान

‘शाश्वत विकास से हरियाली, स्वच्छ वातावरण, सभी के लिए समृद्धि, युद्ध के भयरहित शांति और विश्व में सभी देशों में सभी नागरिकों के लिए खुशनुमा स्थान को प्राप्त करने का सामर्थ्य मिलता है।’ स्वर्गीय डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम के यही वे आखिरी शब्द हैं जो उन्होंने 17 जुलाई 2015 को शिलांग के एक व्याख्यान में कहे थे।