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जब कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी कर पुजारा की मुश्किल दूर की

जब कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी कर पुजारा की मुश्किल दूर की

पूर्व महान लेग स्पिनर और भारतीय कोच अनिल कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी करके ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में स्टीव ओकीफी द्वारा पेश की गयी चुनौती से निपटने में चेतेश्वर पुजारा की मदद की।
तमिलनाडु के मुख्‍य सचिव के आवास पर इनकम टैक्‍स विभाग ने मारा छापा

तमिलनाडु के मुख्‍य सचिव के आवास पर इनकम टैक्‍स विभाग ने मारा छापा

तमिलनाडु के मुख्य सचिव राम मोहन राव के चेन्‍नई में अन्ना नगर स्थित आवास पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आयकर विभाग ने यह छापा शेखर रेड्डी से मिली जानकारी के बाद मारा है। अन्ना नगर के अलावा 12 अन्य जगहों पर भी कार्रवाई जारी है।
इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम को तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। जिससे लोग दहशत में आ गये। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.7 थी।
गूगल भी करती है वित्‍तीय चोरी, पेरिस मुख्‍यालय में छापा

गूगल भी करती है वित्‍तीय चोरी, पेरिस मुख्‍यालय में छापा

दुनिया भर में सर्च इंजन के जरिए लोगों की मदद करने वाली कंपनी गूगल भी वित्‍तीय चोरी के मामले में फंस गई है। कंपनी के पेरिस मुख्‍यालय में आयकर मामले में छापे मारे गए हैं।
रांची में रम गए साहित्यजन

रांची में रम गए साहित्यजन

अनिता रश्मि के लेखन में झारखंड की गंध और गहरी संवेदनशीलता है। ‘लाल छप्पा साड़ी’ से लेकर ‘बांसुरी की चीख’ तक उनके कथा लेखन में एक विकास यात्रा दिखती है। जाने-माने लेखक सी भास्कर राव अनिता रश्मि की लेखन यात्रा को इसी तरह देखते हैं।
नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

मीरांबाई की संघर्ष-यात्रा को केंद्र में रखकर लिखा गया उपन्यास ‘रंग राची’ आखिरकार पाठकों तक पहुंच ही गया। दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में नामवर सिंह ने अध्यक्षीय आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा, ‘हिंदी में बहुत कवयित्रियां हुई लेकिन जो स्थान मीरां ने बनाया वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरां स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’ इस उपन्यास को सुधाकर अदीब ने लिखा है और यह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।