दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेेेेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को एक नोटिस देकर 30 छात्रों को देशद्रोह के कथित नारे लगाने के मामले की जांच में शामिल होने को कहा है।
पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेटर युनूस खान को लगता है कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के रिकार्डों को तोड़ सकते हैं। युनूस खान हाल ही में पाक की तरफ से टेस्ट में दस हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने हैं। पर वह खुद विराट कोहली के मुरीद हैं। खान ने सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की सराहना करते हुए कहा कि दोनों क्रिकेटरों ने खेल को जिस ढंग से अपनी क्षमता के अनुरुप ढाला है, उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।
यूनिस खान 10000 टेस्ट रन पूरे करने वाले पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर बन गए हैं। जिनकी पारी के दम पर पाकिस्तान ने वर्षाबाधित पहले क्रिकेट टेस्ट में वेस्टइंडीज के पहली पारी के 286 रन के जवाब में चार विकेट पर 201 रन बना लिये।
बीते कई महीनों से ट्रिपल तलाक का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। हाल में वॉट्सऐप, पत्र और टेलीफोन के माध्यम से दिए गए तलाक के बाद बॉलीवुड के 'नवाब' यानि सैफ अली खान इस मुद्दे पर शांत नहीं बैठ पाए। उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह इस प्रथा से बिल्कुल भी सहमत नहीं है।
युवा नेता जिग्नेश मेवाणी ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अावाज उठाने के लिए दलित संगठनाेें को अलवर से गुजरात तक यात्रा निकालने का सुझाव दिया है। देखना है वह खुद कब इस पर अमल करते हैं।
अभी तो हमारे हनुमान जी बड़े अपमार्केट भगवान हैं। हॉलीवुड एक्शन हीरो हनुमान के मुकाबले कहीं नहीं ठहरते। लंका जलाने से लेकर संजीवनी बूटी लाने तक हनुमान की कथा इस बार बड़ी मजेदार ढंग से देखने को मिलेगी।
अफवाहों पर ध्यान देना तो अच्छी बात नहीं है। लेकिन जब अफवाहें में कहीं थोड़ी सी सच्चाई की झलक मिल जाए तो उस पर ध्यान देना ही पड़ता है। हाल ही में दंगल गर्ल फातिमा सना शेख का एक फोटे वायरल हो गया है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह आमिर की नई फिल्म ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के लिए लिया गया फोटो है।
पाकिस्तानी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान यूनिस खान ने आज घोषणा की कि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। इस 39 वर्ष के क्रिकेटर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मैं संन्यास ले रहा हूं।
प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान का कहना है कि यह दुखद है कि शिक्षा लोगों को एक दूसरे के प्रति हमदर्द बनाने में नाकाम रही और दुर्भाग्य से कुछ लोग आज के दौर में भी मंदिर और मस्जिद बनाने के बारे में बात करते हैं।