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आसाराम मामले में SC ने लगाई गुजरात सरकार को फटकार, पूछा- 'मामले की सुनवाई में देरी क्यों?'

आसाराम मामले में SC ने लगाई गुजरात सरकार को फटकार, पूछा- 'मामले की सुनवाई में देरी क्यों?'

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को नाबालिग से रेप मामले में जेल में बंद आसाराम बापू के केस में गुजरात सरकार को फटकार लगाई है।
उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी विपक्ष को झटका दे सकते हैं नीतीश, मीटिंग में नहीं आने की अटकलें

उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी विपक्ष को झटका दे सकते हैं नीतीश, मीटिंग में नहीं आने की अटकलें

राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का साथ देने का निर्णय लेकर नीतीश कुमार ने विपक्ष को तगड़ा झटका दिया। अब वे एक बार फिर इस क्रम को दोहरा सकते हैं।
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, नोटबंदी से धीमी पड़ी भारत की आर्थिक रफ्तार

नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, नोटबंदी से धीमी पड़ी भारत की आर्थिक रफ्तार

भारत की आर्थिक वृद्धि दर की धीमी रफ्तार की वजह अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने मोदी सरकार द्वारा अचानक की गई नोटबंदी, आरबीआई की पॉलिसी और रुपये की मजबूती को बताया है।
आईपीएल-10: गुजरात लायंस ने पंजाब को 6 विकटों से हराया

आईपीएल-10: गुजरात लायंस ने पंजाब को 6 विकटों से हराया

टारगेट का पीछा करते हुए गुजरात ने 2 विकेट खोकर 158 रन बना लिए हैं। सुरेश रैना 36 और दिनेश कार्तिक 15 रन बनाकर खेल रहे हैं। अब गुजरात लायन्स जीत से कुछ ही रनों की दूरी पर है। ऐसे् में पंजाब इलेवन की उम्मीदों को झटका लगता दिखाई दे रहा है।
हम पर तंज कसना बंद कर दीजिये, अश्विन ने मीडिया से कहा

हम पर तंज कसना बंद कर दीजिये, अश्विन ने मीडिया से कहा

रविचंद्रन अश्विन ने मीडिया से कहा कि वे धीमी और स्पिनरों के मुफीद भारतीय पिचों की आलोचना करना बंद कर दें क्योंकि वह बार-बार दोहराये जाने वाले इस तरह के सवालों का जवाब देते-देते थक गये हैं। दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत के पहली पारी में 455 रन के स्कोर के जवाब में इंग्लैंड की टीम घरेलू स्पिनरों के दबदबा बनाने से 103 रन पर पांच विकेट गंवाकर जूझ रही है।
वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी साम्राज्यवाद और राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी-मार्का हिंदुत्ववादी फासीवाद के मौजूदा वर्चस्व के दौर में वीरेन डंगवाल (1948-2015) की कविता किसी आत्मीय, जीवंत, वामपंथी प्रतिज्ञा की तरह सामने आती है।
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