राजस्थान के दौसा जिले में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अनाज लेने वाले परिवारों के घरों के बाहर ‘मैं गरीब परिवार से हूं’ लिखवा दिया है।
एक पाकिस्तानी कॉमेडी शो में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर जज बनकर आए। शो के दौरान शूट किए गए इस वीडियो में शोएब एक महिला की तरह भरपूर मेकअप में नजर आ रहे हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर सड़क से सोशल मीडिया तक गरम है। भारत और पाक के सख्त रिश्तों की वजह से कुछ लोग इस मैच का विरोध कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग इसे खेल भावना से जोड़कर इसका समर्थन भी कर रहे हैं।
आरएसएस के एक बड़े नेता ने गोरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा गया कि गोरक्षा को लेकर राजनीति करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप है।
क्या हम हल्दीराम की भुजिया खाने से पहले यह छानबीन करेंगे कि उस कंपनी में हमारी जात-बिरादरी, धर्म के कितने लोग, किन-किन पदों पर हैं? क्या झंडुु बाम लगाने से पहले भी हम उसकी धर्म-जाति तय करते हैं? अगर ऐसा नहीं है तो फिर रूह अफजा ने क्या बिगाड़ा है। इसकी मिठास में नफरत की चासनी क्यों मिलाई जा रही है?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों रूस के दौरे पर हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ अजीबोगरीब वाकया हुआ। एनबीसी की रिपोर्टर ने मोदी से पूछा, “क्या आप ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं?” इस सवाल पर पीएम मोदी तो हंस दिए लेकिन सोशल मीडिया पर लोग चटकारे ले रहे हैं।
सांप्रदायिकता का रंग इंसानों पर चढ़ते देखना तो आम है, लेकिन अब यह शरबत में भी कड़वाहट घोलने की तैयारी कर रहा है। कई वर्षों से भारतीय व्रत त्यौहारों और भंडारों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाला, गर्मियों में गला तर करने वाला ‘रूह अफजा’ अब सांप्रदायिकता की चपेट में हैं।
राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेश चंद्र शर्मा के मोर और मोरनी वाले बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर मजाक बनाया जा रहा है। जज ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के पक्ष में तर्क देते हुए कहा था कि मोर आजीवन ब्रह्मचारी रहा है।