राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए लक्षित हमलों को एक ऐसा हमला बताया जिसका सभी लोग इंतजार कर रहे थे।
रात साढ़े 12 बजे भारतीय सेना ने सर्जिकल ऑपरेशन शुरू किया। सुबह साढ़े चार बजे तक सात आतंकी शिविरों को उड़ा दिया गया। इस कार्रवाई में कम से कम 40 आतंकियों और नौ पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने तो किसी आतंकी शिविर के होने से ही इंकार करते हुए इस घटना को सीमा पार फायरिंग बताते हुए महज दो सैनिकों का मारा जाना स्वीकार किया है।
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के उस दावे को मनगढ़ंत करार दिया है , जिसमें उसने सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सैन्य अभियान को अंजाम देने का दावा किया था। पाकिस्तान ने कहा कि सीमापार की गोलीबारी को लक्षित हमला करार देकर भारत मीडिया में सनसनी पैदा करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा, भारत की ओर से कोई लक्षित हमला नहीं हुआ बल्कि भारत ने सीमापार से गोलीबारी शुरू की, जो कि अक्सर होता है।
नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर सेना के लक्षित हमले के आलोक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक कर बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं को स्थिति के बारे में बताया। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर इस संबंध में उनसे चर्चा की।