जयललिता की मौत के बाद जब शशिकला गुट ने अपने विश्वस्त पलानीसामी को मुख्यमंत्री पद पर बैठा दिया तो पनीरसेल्वम गुट ने जयललिता की मौत के कारणों पर शक जताते हुए इस मामले में जांच की मांग की। पनीरसेल्वम की इस मांग को काफी समर्थन भी मिला।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की संस्था ‘प्रबोधिनी’ के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप (आईआईडीएल) में अब सड़क से संसद तक की नेतागिरी सिखाएगी।
हाल ही में रेलवे के खाने को लेकर संसद में कैग रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें बताया गया कि ट्रेनों में मिलने वाला खाना खाने लायक नहीं है। संसद में इस रिपोर्ट को पेश हुए ज्यादा दिन नहीं बीते थे कि यूपी के यात्रियों ने इसका सबूत भी दे दिया।