भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता कांस्य पदक रजत में बदल गया जब दूसरे स्थान पर रहे रूस के दिवंगत बेसिक कुडुखोक को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पदक गंवाना पड़ा।
दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने कहा कि ब्राजील की विसेंटे लोहाइनी ने उसे पहले दौर में चौंका दिया और बड़े टूर्नामेंटों में पहला दौर हमेशा कठिन होता है। साइना ने जीत के बाद कहा , पहला दौर हमेशा कठिन होता है। मैं आज हैरान रह गई।
ओलंपिक में जगह पक्की करने के बाद भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किग्रा) को बाकू (अजरबैजान) में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) विश्व क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि माथे पर चोट लगने के कारण वह सेमीफाइनल मुकाबले में भाग नहीं ले पाएंगे।
ओलंपिक खेलों से पहले आत्मविश्वास जुटाने की कवायद में भारतीय हाकी टीम शुक्रवार से लंदन में शुरू हो रही चैंपियंस ट्राफी में पोडियम पर जगह बनाने के इरादे से उतरेगी जिसमें उसका सामना शुरूआती मैच में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी से है। भारत ने अब तक चैम्पियंस टाफी में सिर्फ एक बार 1982 में एम्सटर्डम में कांस्य पदक जीता है। इसके बाद सात मौकों पर भारत कांस्य पदक का मुकाबला हार गया। पिछली दो चैम्पियंस ट्राफी 2012 (मेलबर्न) और 2014 (भुवनेश्वर) में भारत चौथे स्थान पर रहा।
हॉकी विश्व लीग में कांस्य पदक के लिए आज खेले गए मैच में भारत ने नीदरलैंड को हरा दिया। बेहद रोमांचक मैच का फैसला शूट आउट से हुआ जिसे भारत ने नीदरलैंड के 2 गोल के मुकाबले 3 गोल कर जीत लिया है।
दुनिया के 10वें नंबर के युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और साकेत माइनेनी को आर्टेम सिटेक और मार्कस डेनियल के खिलाफ सीधे सेटों में शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे भारत एशिया ओसियाना डेविस कप ग्रुप एक टेनिस मुकाबले में शनिवार को क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ 1-2 से पिछड़ गया।
आखिरी ओवरों में धड़कनें रोक देने वाले मैच में भारत ने जिम्बाब्वे को 4 रन से हरा दिया। भारतीय टीम जीत भले ही गई मगर खेल के हीरो दरअसल जिम्बाब्वे के कप्तान ई चिंगुंबरा (104 रन) रहे जिन्होंने आखिरी ओवरों में मैच करीब करीब अपनी टीम के लिए जीत ही लिया था। आखिरी ओवर में जिम्बाब्वे को जीत के लिए 10 रनों की जरूरत थी मगर टीम सिर्फ 5 रन ही बना पाई।
देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।