Advertisement

Search Result : "young engineer"

यूपीः सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर पर IT का शिकंजा, सात शहरों के 20 ठिकानों पर रेड

यूपीः सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर पर IT का शिकंजा, सात शहरों के 20 ठिकानों पर रेड

उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजिनियर राजेश्वर सिंह यादव के ठिकानों पर इनकम टैक्स...
बाउंसर लगने से पाकिस्तानी क्रिकेटर जुबैर अहमद की मौत

बाउंसर लगने से पाकिस्तानी क्रिकेटर जुबैर अहमद की मौत

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस खबर को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। पीसीबी ने ट्वीट कर लिखा, "जुबैर अहमद की मौत की खबर बेहद दुखदायी है।"
किदांबी श्रीकांत: कभी बनना चाहता था इंजीनियर, आज है इस मुकाम पर

किदांबी श्रीकांत: कभी बनना चाहता था इंजीनियर, आज है इस मुकाम पर

तारीख 18 जून और दिन था रविवार। सारा देश पूरी तैयारी के साथ आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में होने वाले भारत-पाकिस्तान के मुकाबले पर नजरे गड़ाए बैठा था। मुकाबले के 1 दिन पहले से ही मीडिया और सोशल मीडिया पर इस मैच को लेकर दोनों देशों की तरफ से जंग शुरु हो चुकी थी। ये मुकाबला इंग्लैंड की राजधानी लंदन के ओवल में भारतीय समयानुसार 3 बजे से शुरु होने वाला था।
बद्रीनाथ: श्रद्धालुओं को ले जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, इंजीनियर की मौत

बद्रीनाथ: श्रद्धालुओं को ले जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, इंजीनियर की मौत

उत्तराखंड में आज बद्रीनाथ से हरिद्वार के लिए उड़ान भरने वाला एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में चालक दल के एक सदस्य की मौत हो गई जबकि दो पायलट घायल हो गए।
खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

खांटी नेताओं के बजाय फ्रांस की जनता ने युवा मैक्रों पर क्यों किया भरोसा?

जब वैश्विक राजनीति में दक्षिणपंथी उभार का वक्त माना जा रहा हो ऐसे समय में फ्रांस के राष्ट्रपति के तौर पर इमैनुएल मैक्रों का चुना जाना लोगों को हतप्रभ कर रहा है। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात एक ‘नौसिखिया युवा’ होकर खांटी नेताओं को पटखनी देना है। वे 39 साल की उम्र में फ्रांस की मुख्यधारा की वामपंथी और दक्षिणपंथी पार्टियों को हराकर सबसे युवा राष्ट्रपति बने हैं।
भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

भारत में 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य के लायक नहीं

एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके निकलने वाले 95 प्रतिशत इंजीनियर साफ्टवेयर विकास कार्य करने लायक नहीं होते हैं। सर्वेक्षण देश के आईटी व डेटा विज्ञान परिदृश्य में प्रतिभाओं की भारी कमी की ओर संकेत करता है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement