चार टेस्ट मैचों की सीरीज के मोहाली में चल रहे पहले टेस्ट मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 108 रनों से हरा दिया है। इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में अपनी बढ़त बना ली है।
ट्वेंटी-20 और वनडे क्रिकेट शृंखला में हार के बाद भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की शृंखला में स्पिन का जाल बुनकर वापसी करने के इरादे से उतरेगी। वनडे और टी20 शृंखलाओं में भारत को घरेलू मैदान पर खेलने का कोई फायदा नहीं मिला जबकि दक्षिण अफ्रीका ने हालात के अनुकूल खुद को बखूबी ढालकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच के बाद से ही सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोर-शोर से चलने लगी, 'अरे भाई, धोनी के साथ नहीं खेलना है तो साफ मना कर दो, मैदान पर इस तरह खेलकर क्यों टीम की लुटिया डूबा रहे हो?’
हरफनमौला क्रिकेटर रविंद्र जडेजा ने लगभग 14 महीने के बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी की जबकि चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो मैचों के लिए 16 सदस्यीय टीम में और कोई बदलाव नहीं किया। वहीं चोटिल रविचंद्रन अश्विन को भी इस दौर में जगह मिली है, हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी दो एकदिवसीय मैच वह नहीं खेलेंगे।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी टीम रैंकिंग में चौथे स्थान पर है जबकि नई बहुप्रारूप रैंकिंग प्रणाली आईसीसी ने लागू कर दी है। नई प्रणाली के तहत टी20, वनडे और टेस्ट मैचों के नतीजे मिलाकर एक रैंकिंग तय की जाएगी।
भारतीय टेनिस खिलाड़ी युकी भांबरी ने काओसियुंग एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट में उपविजेता रहने के कारण एटीपी की ताजा विश्व रैंकिंग में 21 पायदान की लंबी छलांग लगाई जिससे वह अपने कॅरिअर में पहली बार शीर्ष 100 में शामिल होने के करीब पहुंच गए हैं।
अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिये भारतीय हॉकी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ दो से 11 अक्टूबर तक ऑकलैंड, नेल्सन और क्राइस्टचर्च में छह मैचों की टेस्ट शृंखला खेलेगी।
क्रिकेट में अंग्रेजों का दबदबा खत्म कर भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का रविवार शाम दिल का दौरा पड़ने से कोलकाता में निधन हो गया।
अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से जो छात्र डाॅक्टर बनकर निकल रहे हैं, उसमें से 54 प्रतिशत डाॅक्टर विदेश चले जाते हैं और लौटकर भारत नहीं आते। रिपोर्ट यह भी कहती है कि हिन्दी माध्यम से स्कूल की पढ़ाई अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने वाले छात्र जब एम्स जैसी संस्था में पढ़ने जाते हैं, तो भाषाई स्तर पर पिछड़ने की वजह से उनमें से कई तो आत्महत्या तक कर लेते हैं। यही वजह है कि अब एमबीबीएस की परीक्षा हिंदी में कराने की मुहिम तेज हो गई है।
भारत को समावेशी वृद्धि और विकास के लिहाज से वैश्विक रैंकिंग में निचले पायदान पर रखा गया है जबकि कारोबारी एवं राजनीतिक आचार-नीति के लिहाज से भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बेहतर स्थिति में है।