नाइजीरिया में अशांत पूर्वोत्तर के एक बाजार में दो महिला आत्मघाती हमलावरों के हमले में 45 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य लोग घायल हो गए। आपात सेवा ने यह जानकारी दी।
देश के पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि हाल में नगरोटा में हुआ हमला 2008 के मुंबई आतंकी हमले जितना ही शर्मनाक है और उन्होंने इस मान्यता को खारिज कर दिया कि लक्षित हमलों से सीमापार से जारी आतंकवाद खत्म हो सकता है।
बांग्लादेश में एक साइबर कैफे के मालिक को इस महीने की शुरआत में हिंदू मंदिरों और हिन्दुओं के घरों पर हुए हमलों की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
नोटबंदी के फैसले से आम लोगों को हो रही परेशानी को लेकर भाजपा को जहां अपनी ही सहयोगी शिवसेना के हमलों का सामना करना पड़ रहा है वहीं अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी मोदी सरकार पर तंज कसा है।
असम में तिनसुकिया जिले के पेंगेरी में उल्फा (आई) और एनएससीएन (के) के उग्रवादियों ने सेना के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया जिसमें सेना के तीन जवान शहीद हो गए और चार अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की और हालात की जानकारी ली।
पाकिस्ताइन के साथ रिश्तों में तनाव के मौजूदा दौर के बीच देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने परमाणु हमले पर एक गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा है कि वो निजी तौर पर मानते हैं कि भारत को परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने संबंधी नीति से अपने को सीमित नहीं करना चाहिए।
सरकार ने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 15 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें नोटों को अमान्य किए जाने, लक्षित हमले और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। विपक्ष इन मसलों पर सरकार पर हावी हो सकता है। आगामी दिनों में चुनाव की रणनीति को तैयार करने के लिहाज से भी यह बैठक सभी दलों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाक की तरफ से संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी है। मंगलवार को जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से मोर्टार बम दागे जाने की घटनाओं में आठ नागरिकों की मौत हो गई और 22 अन्य लोग घायल हो गए। भारतीय फौज ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की 14 चौकियों को ध्वस्त कर दिया।
इराक में आज हुए विभिन्न हमलों में कम से कम 46 व्यक्ति मारे गए हैं। इसमें एक आत्मघाती हमला भी शामिल है जिसकी जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली और जो हाल के महीनों में बगदाद में होने वाला भीषण हमला है।
उरी में ब्रिगेड मुख्यालय के आतंकवादियों के हमले के 11 दिन बाद, 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा पर सर्जिकल हमलों से निश्चित ही एक स्पष्ट संदेश गया है, ‘बस, बहुत हो चुका’।