तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की दूसरी बार शपथ ली तो इसमें नीतीश कुमार, लालू यादव, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
चंद दिन पहले तक क्रिकेट के मैदान में चौके-छक्के लगाने वाले लक्ष्मी रतन शुक्ला अब खेल मंत्रालय में अपने जौहर दिखाएंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पूर्व क्रिकेटर को खेल एवं युवा मामलों का मंत्री बनाया है। हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट से चुने गये शुक्ला को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है। ममता मंत्रिमंडल में वह सबसे मंत्री हैं। खेल मंत्री बनने वाले वे देश के पहले खिलाड़ी बताए जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने शुक्ला को खेल मंत्रालय सौंपकर न सिर्फ नई शुरुआत की है बल्कि अन्य राजनीतिक दलों को भी संदेश दे दिया है। यह बात अकसर उठती रही है कि खेल संघों और खेल मंत्रालय के शीर्ष पदों पर ऐसे व्यक्ति काबिज रहते हैं जो खेल के बारे में कुछ नहीं जानते। उम्मीद की जा रही है कि खेल मंत्रालय में लक्ष्मी रतन शुक्ला के आने से राज्य में खेलों के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की कमान दोबारा संभाल ली है। शुक्रवार को उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ पार्टी के 41 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इन 41 मंत्रियों में 17 नए चेहरे हैं। ममता बनर्जी को राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने शपथ दिलाई।
देश-विदेश की राजनीतिक हस्तियों के जमावड़े के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके 41 मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने शपथ ली। कोलकाता के राजपथ- रेड रोड पर शपथ ग्रहण समारोह के लिए वृहद आयोजन किया गया था। ममता बनर्जी ने अपने कैबिनेट में उन सभी को शामिल किया है, जिन पर चुनाव के दौरान नारद टेपकांड में घूस लेने के आरोप लगे थे। इनके अलावा कई ऐसे भी हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं।
कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह मेंं राष्ट्रगान के दौरान फारुख अब्दुल्ला का फोन करना उनको कुछ दिन तक परेशान कर सकता है। ममता बनर्जी ने बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शुक्रवार को शपथ ली।
आईपीएल क्रिकेट में ‘चीयर्स गर्ल्स’ का आकर्षण जुड़ा होता है। इससे दर्शकों में उत्साह दुगुना होता है। इस बार आईपीएल से ज्यादा ‘चीयर्स शो’ बड़े-बड़े नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री, अफसर, व्यापारी जोर-शोर से कर रहे हैं।
बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी और उनके नए कैबिनेट सहयोगी 27 मई को जब शपथ लेंगे, तब उस समारोह में केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू भी मौजूद रहेंगे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधि के तौर पर वहां जाएंगे। शपथ ग्रहण के 48 घंटा पहले कोलकाता से सटे न्यू टाउन को ‘स्मार्ट सिटी` की लिस्ट में शामिल कर केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी संकेत तो दे ही दिया है। माना जा रहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। अगले कुछ दिनों में बंगाल में केंद्र की ओर से विशेष पैकेज की झड़ी लगने वाली है। यह स्थिति बंगाल के साथ ही नहीं, तमिलनाडु के साथ भी रहने वाली है।
जीत का जश्न अभी थमा भी नहीं कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा के मुद्दे पर विपक्ष ने सरगर्मी तेज कर दी है। इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ ही राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के साथ भी टकराव के रास्ते पर हैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राजनीतिक हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताई है और उन्हें कहा है कि पुलिस को संयत रहकर और निष्पक्ष होकर काम करने का निर्देश दें। उधर, विपक्षी कांग्रेस और वाममोर्चा गठबंधन ने ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह का बॉयकॉट करने का ऐलान किया है। ममता बनर्जी 27 मई को राजभवन में शपथ लेंगी।
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगे जा रहे थे तो कई सीटों के लिए आवेदन ही नहीं आए। जो आए भी उनमें ज्यादातर खानापूर्ति के लिए थे अगर टिकट मिल गया तो चुनाव लड़ जाएंगे। कुल सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट पाने वाले गंभीर उम्मीदवारों की संख्या महज सौ के आसपास है जो वास्तव में पार्टी के प्रति अपनी आस्था जताते हुए चुनाव लडऩा चाहते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रेस सलाहकार रह चुके सबसे नजदीकी संजय बारू ने सुझाव दिया कि है कि अगर कांग्रेस को मजबूत करना है तो पार्टी को सोनिया मुक्त करना होगा। साथ ही कभी पार्टी के साथ रहे ममता बनर्जी, शरद पवार, जीके वासन और जगन मोहन रेड्डी को साथ लेकर चलना होगा।