कैंसर से संघर्ष के बाद युवराज सिंह ने एक समय क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में सोचा था लेकिन कप्तान विराट कोहली के विश्वास ने उसे ऐसा करने से रोका और उस विश्वास पर खरा उतरना इस धाकड़ बल्लेबाज के लिये लाजमी था।
सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा आज अपने पद से सेवानिवृत्त हो गए। अनिल सिन्हा ने गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को अपना प्रभार सौंप दिया। सरकार ने अभी जांच ब्यूरो के लिए पूर्णकालिक प्रमुख की घोषणा नहीं की है।
दिल को छू लेने वाली एक पहल के तहत महाराष्ट्र में एक जिलाधिकारी ने बिल्कुल ही निराले अंदाज में सेवानिवृत्त हो रहे अपने ड्राइवर का सम्मान किया। जिलाधिकारी ने ड्राइवर को अपनी सजी-धजी सरकारी गाड़ी में पिछली सीट पर बिठाया और खुद गाड़ी चलाकर कार्यालय तक लेकर गए। सेवानिवृत्ति के दिन अपने उच्चाधिकारी से ऐसी सम्मानजनक विदाई पाकर चालक भाव विह्वल हो उठा।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।
प्रसिद्ध इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को रिटायर हो जाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि आने वाले कुछ सालों में भाजपा ही देश में इकलौती राष्ट्रीय पार्टी बनकर उभरेगी। जो काफी लोकप्रिय रहेगी। उन्होंने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि कांग्रेस राष्ट्रीय राजनीति में फिर से वापसी कर सकती है। मगर ऐसा नहीं है।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्रीय बैंक के प्रमुख के तौर पर दूसरे कार्यकाल के लिए मना कर दिया है। राजन ने आरबीआई के सहयोगियों से चिट्ठी लिखकर कहा कि वे चार सितंबर को कार्यकाल समाप्त होने के बाद शैक्षिक गतिविधियों से दोबारा जुड़ेंगे। राजन ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनके उत्तराधिकारी आरबीआई को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी में जहां 75 साल से ज्यादा की उम्र वाले नेताओं को राजनीति से रिटायर करने की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कर चुके हैं, वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में कई राज्यों में विभिन्न पार्टियों के वयोवृद्ध नेता मैदान में उतर रहे हैं। वाममोर्चा और कांग्रेस में कई उम्मीदवार ऐसे हैं, जो 80 साल से ज्यादा की उम्र के हैं। केरल से माकपा के वयोवृद्ध नेता वीएस अच्युतानंदन मैदान में हैं, जो 92 साल के हैं। बंगाल वाममोर्चा के कई ऐसे नेता हैं, जो 75 पार कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु 90 साल से ज्यादा की उम्र तक राजनीति में सक्रिय रहे। दोनों राज्यों में कांग्रेस के भी कई नेता ऐसे हैं, जो उम्र के आठवें पड़ाव में पहुंच चुके हैं।