भारत के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक मणि रत्नम को न्यूयॉर्क का प्रतिष्ठित संग्रहालय विशेष सम्मान देगा। इस मौके पर रत्नम की तीन फिल्में रोजा, बॉम्बे और दिल से भी यहां दिखाई जाएगी।
चमचमाते कैमरों के बीच व्हील चेयर पर शशि कपूर जब पृथ्वी थियेटर के मंच पर अरुण जेटली से दादा साहेब फाल्के अवार्ड लेने आये, तो माहौल भावुक हो उठा। उनकी अभिनय यात्रा को उनके पौत्र रणवीर कपूर ने अपनी आवाज से जिंदा किया, तो सारा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। हर किस्म के किरदार में फिट और नए-नए तरह के किरदार निभाने का माद्दा रखने वाले रणवीर की हाल ही में नई फिल्म प्रदर्शित हुई है, बॉम्बे वेल्वेट। अनुष्का के संग उनकी जोड़ी खूब जमी है। फिल्मी दुनिया में दो कलाकारों के बीच के सामंजस्य का बहुत फर्क पड़ता है। यही केमेस्ट्री बाद में दोनों कलाकारों को फायदा पहुंचाती है। इन दोनों कलाकारों ने दिल से बताए फिल्मी दुनिया के अपने खट्टे मीठे अनुभव
अनुराग कश्यप अपनी फिल्में अंधेरा बुनते हैं। ऐसा अंधेरा जिससे सभी का साबका पड़ता है। लेकिन सभी दौड़ते हुए इसलिए आगे निकल जाते हैं कि शायद आगे रोशनी की किरणें हों। अनुराग फिल्मों के सिरे इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते कि दर्शक उन्हें पकड़ कर फिल्मों की परद में घुसता चला जाए।
ऐसा लगता है कि मोदी सरकार का पहला साल कारोबारी जगत को रास नहीं आ रहा। तभी तो शेयर बाजार लगातार बेजार होता जा रहा है और सेंसेक्स पिछले चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
अनुराग कश्यप की आगामी फिल्म बॉम्बे वेलवेट का एक गाना सिल्विया 1959 के उस बेहद चर्चित नानावटी मामले से प्रेरित है, जिसकी देशभर के मीडिया में खासी चर्चा रही थी।
एशियाई बाजार में तेजी के रुख के बीच कारोबारियों द्वारा चुनिंदा क्षेत्र के शेयरों की खरीद बढ़ाए जाने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सेमवार के शुरुआती कारोबार में 291 अंक मजबूत होकर 27,302.63 अंक पर पहुंच गया।
कोषों एवं निवेशकों की ओर से माह के अंत में डेरिवेटिव सौदों के निपटान के मद्देनजर चुनिंदा शेयरों में बिकवाली बढ़ाये जाने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार के शुरआती कारोबार में 295 अंक कमजोर होकर 27,000 अंक से नीचे चला गया है।
बंबई उच्च न्यायालय ने गाय, बैल और भैंस के मांस को रखने, उसे लाने-ले जाने और उसके उपभोग पर प्रतिबंध लगाने वाले महाराष्ट्र के हालिया कानून के प्रावधानों पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है। इस कानून के अनुसार, इन जानवरों का वध महाराष्ट्र से बाहर करके यहां लाने पर भी प्रतिबंध प्रभावी रहेगा।