कोविड की दूसरी लहर मध्यवर्ग के लिए एक बार फिर 26/11 की घड़ी भारत 1980 से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहा है। शुरुआत में देश के ज्यादातर लोगों, खासकर... MAY 04 , 2021
कोरोना के हीरो: जो नहीं कर पा रही सरकार, वह इन लोगों के जज्बे ने कर दिखाया “जब सिस्टम पूरी तरह से चरमरा गया हो, जो हर वक्त कहते थे कि हम आपके लिए आए हैं, उनसे उम्मीदें धराशायी हो... MAY 03 , 2021
इस बेबसी, लाचारी का गुनहगार कौन ? चरमराए सिस्टम पर खास पड़ताल “महामारी की भयंकर दूसरी लहर में बेबस लोग अस्पताल, ऑक्सीजन, दवाइयों के अभाव में बेमौत मरने को मजबूर,... MAY 01 , 2021
प्रथम दृष्टि: हम शर्मिंदा हैं! “क्या हम इस अदृश्य खतरे के प्रति लापरवाह हो गए थे या हमारे पास इससे निपटने के पर्याप्त साधन नहीं थे? इन... MAY 01 , 2021
काबे किस मुंह से जाओगे गालिब… कोरोना सबकी कलई खोलता जा रहा है... हमारे शायर कृष्ण बिहारी नूर ने कहा है : सच घटे या बढ़े तो सच ना रहे/ झूठ... APR 24 , 2021
पुस्तक समीक्षा: केंद्र में स्त्री, परिधि पर कई सवाल “यह अनायास नहीं कि पिछली पीढ़ी नीना के विरुद्ध है और नई पीढ़ी नीना को बेहतर ढंग से समझती है, उसके साथ... APR 19 , 2021
अंबेडकर जयंती विशेष- दलित दौर की दमदार धमक, मिलिए उन दलितों से जिन्होंने बनाई अपनी एक अलग पहचान डॉ. सूरज येंग्ड़े दलित समुदाय की अपूर्व प्रतिभा से पूरी तरह बावस्ता होने के लिए संपूर्ण दलित अनुभव में... APR 18 , 2021
संपादक की कलम से: खुदमुख्तार दलित “नायक-पूजा प्रधान देश में यह तो लाजिमी है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर की वर्षगांठ इस साल भी 14 अप्रैल को... APR 17 , 2021
संपादक की कलम सेः महामारी और महारोग “अफसोस! सामुदायिक ताने-बाने को तार-तार करने वाले ऐसे संगीन महारोग के लिए कोई वैक्सीन उपलब्धच नहीं... APR 04 , 2021
निश्छल प्रेम का संबंध बेहया! उपन्यास आधुनिक भारतीय शिक्षित समाज का चरित्र चित्रण करता है। हमारे समाज में स्त्रियों की... MAR 25 , 2021