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ओणम के मौके पर शाह की ‘वामन जयंती’ की बधाई, भड़के केरल के लोग

ओणम के मौके पर शाह की ‘वामन जयंती’ की बधाई, भड़के केरल के लोग

केरल के महत्वपूर्ण त्यौहार ओणम के मौके पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह द्वारा ‘वामन जयंती’ की बधाई दिए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ओणम का सप्ताह व्यापी त्यौहार राजा महाबली की घर वापसी के तौर पर मनाया जाता है। मान्यता है कि उनका राज्य और शासन विष्णु के अवतार वामन ने छीन लिया था। अमित शाह के बधाई संदेश में वामन अवतार को महाबली के सिर पर पैर रखे हुए दिखाया गया है।
हंस सालाना गोष्ठी

हंस सालाना गोष्ठी

हर साल की तरह इस साल भी हंस की सालाना गोष्ठी दिल्ली के एवाने गालिब सभागार में हुई। प्रेमचंद जयंती पर होने वाली गोष्ठी में इस बार का विषय था, लोकतंत्र और राष्ट्रवाद में मीडिया की भूमिका।
मैसूर के बाघ  पर पांसा

मैसूर के बाघ पर पांसा

भाजपा टीपू सुल्तान के विरोध में तगड़ा ध्रुवीकरण कर कर्नाटक के अलावा तमिलनाडु और केरल में राजनीतिक लाभ चाह रही है
गिरिश कर्नाड को जान से मारने की धमकी

गिरिश कर्नाड को जान से मारने की धमकी

18 सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान को लेकर विवाद गंभीर मोड़ पर पहुंचता जा रहा है। इस विवाद में बुधवार को नया मोड़ तब आया जब मशहूर अभिनेता और नाटककार गिरीश कर्नाड को जान से मारने की धमकी दी गई।
टीपू जयंती समारोह में हिंसा, विहिप नेता की मौत

टीपू जयंती समारोह में हिंसा, विहिप नेता की मौत

अठारहवीं सदी में मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती पर समारोह आयोजित करने को लेकर फैली हिंसा में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता की मौत हो गई तथा पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यहां पास के एक इलाके में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में एक युवक घायल भी हो गया। पूरे कोडागू जिले में निषेधाज्ञा लागू कर है तथा हालात को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बलों को इलाके में भेजा गया है।
दक्षिण अफ्रीका प्रवास के सौ साल

दक्षिण अफ्रीका प्रवास के सौ साल

महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को मानवता और शांति का संदेश देकर भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने देश को अहिंसा के रास्ते आजादी दिलाई और विश्व को सत्य और प्रेम के माध्यम से एकजुट होकर आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया। वह आदमी के द्वारा आदमी का शोषण किए जाने के खिलाफ थे। उन्होंने सत्य को ईश्वर माना और अपने विचारों पर हमेशा दृढ़ रहे। यह बातें राजधानी कालेज में महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लोटने की सौवीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ताओं ने कही।
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