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शिवराज का खतरा टला विजयवर्गीय बनाए गए राष्ट्रीय महासचिव

शिवराज का खतरा टला विजयवर्गीय बनाए गए राष्ट्रीय महासचिव

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में खाली पदों पर बुधवार को जारी सूची में सबसे चौकाने वाला नाम कैलाश विजयवर्गीय का था। विजयवर्गीय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए बड़ा खतरा बताए जा रहे थे। लेकिन विजयवर्गीय को राष्ट्रीय महासचिव बनाकर पार्टी अब कुछ और जिम्मेदारी देने के मूड में हैँ।
दो दुर्घटनाओं में करीब चालीस लोगों की मौत

दो दुर्घटनाओं में करीब चालीस लोगों की मौत

शनिवार को दो सड़क हादसे में करीब ४० लोगों की मौत हो गई। पहली घटना आंध्र प्रदेश की है जहां दौलेश्वरम में गोदावरी नदी पर बने एक पुल से एक वाहन गिर जाने से उसमें सवार सात बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो गई। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के एटा जिले में ट्रैक्टर -टालियों पर सवार लोगों को पीछे से ट्रक ने टक्कर मार दी जिसमें १७ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि ३० से अधिक लोग घायल हुए हैं।
हाशिमपुरा कांड में पुलिस विद्रोह का डर दिखा कार्रवाई नहीं की: राय

हाशिमपुरा कांड में पुलिस विद्रोह का डर दिखा कार्रवाई नहीं की: राय

प्रख्यात लेखक और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी विभूति नारायण राय ने शनिवार को कहा कि 28 साल पहले मेरठ के हाशिमपुरा में हुए जनसंहार मामले में तत्कालीन सरकार ने पीएसी बल के विद्रोह के डर से समुचित कार्रवाई नहीं की थी और बाद में आई तथाकथित धर्मनिरपेक्ष सरकारों ने भी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई गंभीर पहल करने के बजाय मामले को दबाने की कोशिश की।
कभी दिया अंडा, अब क्यों पलटे शिवराज

कभी दिया अंडा, अब क्यों पलटे शिवराज

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो आज आईसीडीएस योजना के तहत अंडा दिए जाने की इतनी मुखालफत कर रहे हैं उन्होंने ही सात साल पहले होशंगाबाद जिले में अंडा दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया था। उस समय वह मुख्यमंत्री थे। होशंगाबाद के आदिवासी ब्लॉक में अंडा दिए जाने के लिए उन्होंने प्रोजेक्ट शक्तिमान को हरी झंडी दी थी। इस प्रोजेक्ट का नाम फिल्मकार मुकेश खन्ना के सीरियल शक्तिमान के नाम पर था। प्रोजेक्ट के तहत कुपोषित बच्चों को उबला अंडा और उबले आलू देने का प्रावधान था लेकिन आज वही शिवराज सिंह हैं जो अंडा न दिए जाने की बात पर अटल हैं।
अंडे की बजाय एक रोटी और दाल बहुत हैः मेनका गांधी

अंडे की बजाय एक रोटी और दाल बहुत हैः मेनका गांधी

कुपोषित बच्चों को आईसीडीएस योजना के तहत अंडा दिए जाने पर विवाद जारी है। मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान अंडा दिए जाने के विवाद से जुड़े सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि ‘अंडा दिए जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमें एक दिन में चार से छह फीसदी प्रोटीन चाहिए होता है जो कि एक रोटी और दाल से मिल जाता है। बशर्ते वह साफ-सुथरा हो। ’
व्यापमं घोटाले के 30 से ज्‍यादा आरोपियों की मौत: एसआईटी

व्यापमं घोटाले के 30 से ज्‍यादा आरोपियों की मौत: एसआईटी

मध्‍य प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाले व्‍यापमं घोटाले के 30 आरोपियों की मौत पर खड़े हो रहे हैं कई सवाल। जांच के दौरान एसटीएफ अब तक दो हजार से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और अब भी 650 से अधिक आरोपी वांछित हैं।
गर्मी से 1100 लोगों की मौत, सरकार जश्‍न में व्‍यस्‍त

गर्मी से 1100 लोगों की मौत, सरकार जश्‍न में व्‍यस्‍त

भीषण गर्मी और लू से अब तक देश में 1100 से ज्‍यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके बावजूद अभी तक इसे राष्‍ट्रीय आपदा नहीं माना जा रहा है। नेपाल भूकंप में तुरंत राहत पहुंचाने वाली केंद्र सरकार भी इस मामले को हल्‍के में ले रही है।
किस से कितनी जमीन खरीदी प्रियंका गांधी ने

किस से कितनी जमीन खरीदी प्रियंका गांधी ने

हरियाणा में जमीनों की खरीद-फरोख्त को लेकर अगर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा विवादों में हैं तो हिमाचल में जमीन खरीदकर घर बनाने को लेकर सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी विवादों में रहती हैं। स्थानीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी अक्सर यह मुद्दा उठाती रहती है। गौरतलब है कि शिमला के पास छराबड़ा में प्रियंका गांधी का दो मंजिला घर बन रहा है। जिसका काम तेजी से चल रहा है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गर्मी से 764 लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गर्मी से 764 लोगों की मौत

देश के कई हिस्सों में सोमवार को भी तपती गर्मी का प्रकोप और लू के थपेड़े बने रहे। वहीं इस बीच आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तीखी गर्मी की वजह से कम से कम 764 लोगों के मारे जाने की खबर है।
तीर्थ और एडवेंचर एक साथ

तीर्थ और एडवेंचर एक साथ

अगर आपको भीड़ से घबराहट होती है लेकिन आप किसी तीर्थ पर भी जाना चाहते हैं और यह भी सोचते हों कि वहां बच्चे बोर न हो जाएं तो ज्यादा सोचें नहीं। चंडीगढ़ से 125 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश में शांत पहाड़ों के बीच एकांत में सिमटा एक तीर्थ है। अपने आप में इतिहास समेटे हुए। अहम बात यह है कि यहां पूरे परिवार के साथ आएं। बच्चे हों या नौजवान यहां सभी के लिए भरपूर रोमांच और मस्ती है।
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