वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा पेश वार्षिक बजट को भविष्योन्मुखी बताते हुए उद्योग संगठनों का कहना है कि यह पिछले तीन सालों में किए गए आर्थिक सुधारों पर आधारित बजट है।
हाफिज सईद को हिरासत में लिए जाने से भारत प्रभावित नहीं है और उसने कहा है कि सईद के आतंकवादी संगठन समेत आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई से ही पाकिस्तान की गंभीरता साबित होगी क्योंकि 26 नवंबर के मुम्बई हमले के सूत्रधार के खिलाफ पहले भी इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है।
पाकिस्तान की छात्रा कार्यकर्ता और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई ने कहा कि वह शरणार्थियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के आदेश से अत्यंत दुखी हैं। मलाला ने ट्रंप से अनुरोध किया कि वह दुनिया के सबसे असुरक्षित लोगों को अकेला ना छोड़ें।
दुनिया का सबसे ताकतवर ओहदा संभालने के बाद अमेरिका ही नहीं, पूरी दुनिया की नजर डोनाल्ड ट्रंप पर है। 20 जनवरी को दफ्तर संभालने के बाद ट्रंप ने ओबामा के कई अहम फैसलों को पलटा है। इसके बावजूद चुनाव प्रचार के दौरान किए दावों पर खरा उतरना उनके लिए मुश्किल साबित हो रहा है।
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण करने के कुछ ही घंटों बाद ओबामाकेयर के आर्थिक बोझ को कम करने के मकसद से कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए।
बराक ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में विदाई से पहले डोनाल्ड ट्रंप के आगामी प्रशासन में देश को उम्मीद का संदेश देते हुए अमेरिकियों को भरोसा दिलाया कि सब ठीक होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वह देश के बुनियादी मूल्यों को खतरा पैदा होने पर आवाज उठाएंगे।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत एवं अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बनाने वाली साझेदारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके उन्हें धन्यवाद दिया और दोनों नेताओं ने रक्षा एवं असैन्य परमाणु उर्जा संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत एवं अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बनाने वाली साझेदारी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन करके उन्हें धन्यवाद दिया और दोनों नेताओं ने रक्षा एवं असैन्य परमाणु ऊर्जा संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उस जर्मन कार को रवाना किया, जिसमें सवार होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस कोलकाता के अपने पैतृक आवास से 1941 में अंग्रेजों को चकमा देकर नजरबंदी से भागे थे। इस कार की मरम्मत की गई है। राष्टपति इस कार में बैठे भी और कुछ दूरी तक सफर भी किया।