जयपुर साहित्य महोत्सव में बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के बोलने का विरोध होने के बाद आयोजकों ने कहा कि उन्हें पुन: आमंत्रित नहीं करने के प्रदर्शनकारियों के अनुरोध पर विचार होगा। जब कि मेहरूनिसा के मुताबिक उन्हें व रुश्दी को मंच नहीं दिया जाएगा।
देश में बढ़ती असहिष्णुता पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने वाली कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि सलमान रूश्दी की किताब 'द सेटेनिक वर्सेस' पर राजीव गांधी सरकार की तरफ से प्रतिबंध लगाया जाना एक गलती थी।
देश के सभी कोनों से, सभी भाषाओं में एक ही आवाज उठ रही है। यह अपने आप में ऐतिहासिक परिघटना है। इससे पहले इस देश में इतने बड़े पैमाने पर लेखकों-साहित्यकारों-रंगकर्मियों ने एक साथ एक ही मुद्दे पर मिलकर आवाज नहीं उठाई थी। वे सब अलग-अलग राज्यों से, अपनी-अपनी भाषाओं में एक ही स्वर बोल रहे हैं।