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Search Result : "अनुज खरे"

मारा गया गैंगस्टर अनुज कनौजिया दो दशक से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था: उत्तर प्रदेश पुलिस

मारा गया गैंगस्टर अनुज कनौजिया दो दशक से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था: उत्तर प्रदेश पुलिस

उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और झारखंड पुलिस के साथ मुठभेड़ में जमशेदपुर में मारा गया गैंगस्टर...
न्यायिक अधिकारियों की भर्ती में समय सीमा का पालन न करने पर SC  ने जताया खेद, सिविल जज की नियुक्ति में केवल नौ राज्य ही खरे उतरे

न्यायिक अधिकारियों की भर्ती में समय सीमा का पालन न करने पर SC ने जताया खेद, सिविल जज की नियुक्ति में केवल नौ राज्य ही खरे उतरे

उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को इस बात पर अफसोस जताया कि न्यायिक अधिकारियों की भर्ती के लिए समय सीमा...
कड़ाई से लागू हों मानहानि के कानूनः प्रणव रॉय

कड़ाई से लागू हों मानहानि के कानूनः प्रणव रॉय

`न्यू डेल्ही टेलीविजन (एनडीटीवी)’ के एक्जीक्यूटिव को-चेयरपर्सन डॉक्टर प्रणव रॉय को प्रतिष्ठित `लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, एकेडेमिक्स एंड मैनेजमेंट- 2015’ से नवाजा गया है। `लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट’ का यह पुरस्कार सोमवार को आयोजित समारोह में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वी. एन. खरे ने प्रदान किया। पुरस्कार के तहत उन्हें पांच लाख रुपए की राशि, एक अभिनंदन पत्र और स्मृति फलक प्रदान किए गए। इस मौके पर डॉ. प्रणव रॉय ने कहा, `सुप्रीम कोर्ट को चाहिए कि वह मानहानि के कानून को कड़ाई से लागू करे। मानहानि के मामले वर्षों चलते रहते हैं। जरूरत इस बात की है कि ऐसे मामलों पर त्वरित सुनवाई की जाए।’
पीएम के पहुंचने से पहले रॉक गार्डन निर्माता के बेटे को बाहर किया

पीएम के पहुंचने से पहले रॉक गार्डन निर्माता के बेटे को बाहर किया

चंडीगढ़ के मशहूर राॅक गार्डन के निर्माता दिवंगत नेकचंद के बेटे ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा अधिकारियों ने पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद के वहां पहुंचने से कुछ मिनट पहले उनसे वहां से चले जाने के लिए कहा था।
नौटंकी राजा के हवाले प्रजा

नौटंकी राजा के हवाले प्रजा

युवा व्यंग्यकार और पत्रकार अनुज खरे ने आज के समय पर करारी चोट करते हुए एक नाटक लिखा, नौटंकी राजा। नाटक राजनीतिक, सामाजिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में हो रहे पतन पर बहुत गहरे तरीके से अपनी बात रखता है। इस नाटक की सबसे बड़ी खासियत रही हंसी-हंसी में बड़ी बात को आसानी से कह देना। पिछले दिनों, पंचानन पाठक नाट्य समारोह के तहत एलटीजी ऑडिटोरियम में इस व्यंग्य नाटक का मंचन हुआ।
नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

मीरांबाई की संघर्ष-यात्रा को केंद्र में रखकर लिखा गया उपन्यास ‘रंग राची’ आखिरकार पाठकों तक पहुंच ही गया। दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में नामवर सिंह ने अध्यक्षीय आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा, ‘हिंदी में बहुत कवयित्रियां हुई लेकिन जो स्थान मीरां ने बनाया वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरां स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’ इस उपन्यास को सुधाकर अदीब ने लिखा है और यह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।
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