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बिहारः बाढ़ में अभी तक 26 लोगों की मौत, लाखों प्रभावित

बिहारः बाढ़ में अभी तक 26 लोगों की मौत, लाखों प्रभावित

बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में कोसी समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बिहार में बाढ़ का कहर: अब तक 22 लोगों की मौत, लाखों प्रभावित

बिहार में बाढ़ का कहर: अब तक 22 लोगों की मौत, लाखों प्रभावित

बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे प्रदेश के 10 जिलों के 17.85 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हैं।
‘मुझे जवाब तो उर्दू में ही चाहिए’

‘मुझे जवाब तो उर्दू में ही चाहिए’

बिहार में बेशक गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल है लेकिन अल्पसंख्यक मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और विधायक डॉ. शकील अहमद खान राज्य सरकार की नीतियों से कतई खुश नहीं। खासकर उर्दू भाषा के प्रोत्साहन के मामले में उन्होंने इन दिनों राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है।
बंदूक वाले हाथों में सज रही है मेंहदी, पुलिस वाले होंगे बाराती

बंदूक वाले हाथों में सज रही है मेंहदी, पुलिस वाले होंगे बाराती

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की गोलियों का सामना कर रही पुलिस अब इन्हीं नक्सलियों का घर बसाने जा रही है। राज्य का बस्तर जिला शनिवार को माओवादी जोड़े के विवाह का गवाह बनेगा। राज्य के अति नक्सल प्रभावित बस्तर जिले की पुलिस इन दिनों जिले के दरभा क्षेत्र की निवासी कोसी मरकाम और बीजापुर जिले के पोडियामी लक्ष्मण के विवाह की तैयारी में है। विवाह के लिए जिला मुख्यालय जगदलपुर के गांधी मैदान को तैयार किया गया है और समारोह के लिए मेहमानों को निमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है।
राकांपा की नाराजगी का लाभ उठाने की फिराक में पप्पू यादव

राकांपा की नाराजगी का लाभ उठाने की फिराक में पप्पू यादव

सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू गठबंधन से नाराज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को सांसद पप्पू यादव का साथ मिल सकता है। पप्पू फिलहाल किसी गठबंधन के साथ नहीं हैं लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि राकांपा सांसद तारिक अनवर के साथ उनकी बातचीत चल रही है।
तबाही के बाद बिहार में चुनौती

तबाही के बाद बिहार में चुनौती

बिहार के कोसी इलाके में तूफान की तबाही का मंजर अभी देख ही रहे थे कि अचानक पड़ोसी मुल्क नेपाल में आए भीषण भूकंप से यह पूरा इलाका ही थर्रा गया। सहरसा, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, अररिया आदि जिलों में तूफान के कहर के बाद यहां के लोगों को लग रहा था कि जन-जीवन सामान्य हो रहा है
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