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रिपोर्टः अखलाक के घर से बीफ मिलने का दावा

रिपोर्टः अखलाक के घर से बीफ मिलने का दावा

पूरे देश को हिला देने वाले नोएडा के दादरी कांड में एक नया खुलासा हुआ है। जिस मांस को लेकर दादरी के बिसाहड़ा गांव में पचास वर्षीय अखलाक की हत्या और उनके बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था अब उसी मांस को लेकर मथुरा लैब की फोरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला सच सामने आया है।
दादरी कांड के जिम्मेदार थे भाजपा के तीन लोग: मुलायम

दादरी कांड के जिम्मेदार थे भाजपा के तीन लोग: मुलायम

समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि कार्यकर्ताओं के बीच ज्यादा समय बिताने और गलती करने पर सरकार की नकेल कसने के लिए ही वह खुद मुख्यमंत्री नहीं बने। उन्होंने दादरी कांड का जिक्र करते हुए कहा कि घटना में भाजपा से जुड़े तीन लोग शामिल थे और प्रधानमंत्री चाहें तो वह उनका नाम बता सकते हैं।
गोमूत्र से शुद्धिकरण को लेकर दादरी पर राजनीति

गोमूत्र से शुद्धिकरण को लेकर दादरी पर राजनीति

दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर सटे दादरी के गांव बिसाहड़ा को लेकर फिर से राजनीति गरमा गई है। यह वही बिसाहड़ा है जहां बीते दिनों गोमांस की झूठी अफवाह पर गांव के मोहम्मद अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी और इनके बेटे दानिश को बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था। अखलाक की मौत के बाद इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ।
‘रोटी कमाने वाले कायम रहें’

‘रोटी कमाने वाले कायम रहें’

जिसे जिसका मांस खाना हो खाए, कोई गाय को माता माने या न माने, कोई बार-बार विदेश जाकर भारत की जैसी मर्जी महिमा मंडन करे, कोई किसी को मुल्ला कहे या पाकिस्तानी। मुसलमानों के एक बहुत बड़े वर्ग को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। ये मध्य और निम्न मध्य वर्ग के वे मुसलमान हैं जो दंगों की लपटों में झुलस जाते हैं। इस वर्ग को मतलब है तो सिर्फ इस बात से कि इन्हें दो जून की रोटी मिलती रहे और रोटी कमाने वाले कायम रहें। ये अपने गांव में रहते रहें क्योंकि दूसरी किसी जगह पर ठिकाना नहीं है। इन्हें रहने के लिए गांव छोडक़र कैंपों में न जाना पड़े। यही इनकी सबसे बड़ी फिक्र है।
फिलहाल  बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

फिलहाल बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।
अफवाहों के चलते दादरी के नाजुक हालात

अफवाहों के चलते दादरी के नाजुक हालात

दंगों के फार्मूला में अफवाहें सबसे तेज दौड़ती हैं। मुजफ्फरनंगर दंगों में भी ऐसा ही हुआ था। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते कत्ल हुए अखलाक वाले मसले पर भी यही हो रहा है। अखलाक को उन्हीं के पड़ोसियों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। एसएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे उनके बेटे दानिश को जख्मी कर दिया। नोएडा के कैलाश अस्पताल में दानिश की हालत बहुत अच्छी नहीं है। भाई सरताज दिन-रात दौड़-धूप में लगे हैं। अखलाक तो चला गया लेकिन गंभीर मसला यह है कि फिलहाल दादरी तरह-तरह की तैर रही अफवाहों की चपेट में है। अफवाहों का ऐसा बारूद जिन्हें सिर्फ तीली दिखाने की जरूरत है।
बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

नेताओं की आवाजाही और इलाके में व्याप्त तनाव के बीच दादरी के बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह पर मारे गए अखलाक के परिवार ने अपना गांव छोड़ दिया है। परिवार अब दिल्‍ली में एयरफोर्स की एक रिहायशी कॉलोनी में रहेगा।
बिसाहड़ा के पास गांव में मीट के टुकड़े, इलाके में तनाव

बिसाहड़ा के पास गांव में मीट के टुकड़े, इलाके में तनाव

दिल्‍ली के करीब दादरी के एक गांव में मीट के टुकड़े मिलने से तनाव फैल गया। प्रशासन ने ऐतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। इसी इलाके के बिसाहड़ा गांव में उग्र भीड़ ने गोमांस खाने के संदेह पर अखलाक नामक व्‍यक्ति को पीट-पीट कर मार दिया था।
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