चीन की अपनी मुद्रा युआन के वैश्वीकरण की योजना को झटका लगा है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट आई है और उसकी मुद्रा का मूल्य घटा है।
बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक गुरुवार को कारोबार के शुरआती दौर में ही 400 अंक से अधिक टूटकर 25,000 अंक से नीचे उतर गया। चीन के बाजारों में बिकवाली का दौर आज भी जारी रहने से घरेलू बाजारों में भी गिरावट रही।
यह तो सभी मानते थे कि चीन दुनिया की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखता है मगर इस बार इसका असर गंभीरता से नजर आया। चीन के इस प्रभाव ने दुनिया की अर्थव्यवस्था के प्रति चिंता बढ़ा दी है।