पिछले एक साल में भारतीय शेयर बाजार में तीर्थ प्लास्टिक लिमिटेड (TPL) सुर्खियों में छाया रहा है। इसकी वजह है 16000% से अधिक का रिटर्न देना! जी हां, मात्र 30 पैसे से शुरू होकर यह शेयर आज 50 रुपये के आसपास पहुंच चुका है। लेकिन क्या यह तेजी बरकरार रह पाएगी? आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय।
विशेषज्ञों का आशावादी रुख:
कई शेयर बाजार विशेषज्ञ तीर्थ प्लास्टिक के भविष्य को लेकर काफी सकारात्मक हैं। उनका अनुमान है कि अगले 2-3 सालों में यह शेयर 50 रुपये से बढ़कर 8000 रुपये से 10000 रुपये तक पहुंच सकता है। कुछ विश्लेषकों का तो यहां तक कहना है कि अगले 3 महीनों में ही यह शेयर 200 रुपये से 250 रुपये के बीच पहुंच जाएगा।
तेजी के पीछे के कारण:
ऐसी जबरदस्त तेजी के पीछे कई अहम कारण बताए जा रहे हैं:
डिलिस्टिंग और फिर लिस्टिंग: TPL कई सालों से शेयर बाजार से बाहर था। अप्रैल 2023 में यह फिर से लिस्ट हुआ, लेकिन नियमों के चलते इसकी शुरुआती कीमत 30 पैसे ही तय की गई।
कोर्ट केस की जीत और जमीन का फायदा: 2017 में कंपनी कोर्ट का एक महत्वपूर्ण केस जीती, जिसके फलस्वरूप उसे बेंगलुरु के पास लगभग 25 एकड़ जमीन प्राप्त हुई। इस जमीन की मौजूदा अनुमानित कीमत 3000 करोड़ रुपये है।
कंपनी का मार्केट कैपिटल vs जमीन की कीमत: 50 रुपये के भाव पर भी कंपनी का कुल मार्केट कैपिटल केवल 22 करोड़ रुपये है। वहीं, कंपनी के पास सिर्फ जमीन ही 3000 करोड़ रुपये की है। अगर जमीन की कीमत को ध्यान में रखते हुए शेयर की कीमत का आंकलन किया जाए, तो यह 6000 रुपये के आसपास होनी चाहिए।
कर्ज मुक्त कंपनी और भविष्य के निवेश: फिलहाल कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है। साथ ही, प्रमोटर जल्द ही कंपनी में 1000 करोड़ रुपये का प्रेफरेंशियल इश्यू लाने की योजना बना रहे हैं, जिससे उनकी हिस्सेदारी बढ़कर 75% हो जाएगी।
निवेश से पहले सावधानी जरूरी:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे निवेश की सलाह नहीं माना जाना चाहिए। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले अपना खुद का शोध करना और किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना जरूरी है।