पुस्तक समीक्षा : किसान बनाम सरकार: आंदोलन की कहानियां बीते दिनों एक क़िताब एक नए प्रकाशन बैनर, द फ़्री पेन, के तहत आई है, जिसकी चर्चा ज़रूरी है. क़िताब है, किसान... APR 29 , 2023
प्रतिरोध के स्वर: कविता, जैसे कोलाहल में सांस “बगावत में बार-बार कविता क्यों याद आती है? प्रतिरोध की कविता जमीन पर फेल क्यों हो जाती है?” वह 2017 की... APR 23 , 2023
आवरण कथा/नजरिया: उर्दू दिलों को जोड़ती है “आज भी जो उर्दू भाषा का रंग है, हुस्न है, मोहब्बत है, वह किसी साहित्यिक संस्था के कारण नहीं है” जावेद... APR 22 , 2023
जौन एलिया: जवां दिलों की धड़कन अदबी दुनिया का ऐसा कोई जमावड़ा नहीं, जहां जौन एलिया की चर्चा न होती हो। आलम यह है कि आज चाय की टपरी से... APR 20 , 2023
आवरण कथा/नजरिया: शायरी को मुशायरों ने खोया युवाओं में उर्दू शायरी और मुशायरों की लोकप्रियता के सिर चढ़ कर बोलने पर बात करने से पहले इक़बाल के... APR 19 , 2023
इंटरव्यू - कामना प्रसाद : ‘‘जिंदगी तेजतर है तो शायर भी जरा जल्दी में’’ हिंदुस्तान में उर्दू जबान के हुस्न का जादू कामना प्रसाद के भी सिर चढ़कर बोला। उन्होंने अपना सारा जीवन... APR 17 , 2023
आवरण कथा/नजरिया - शारिक कैफ़ी : ‘यह उर्दू शायरी का सुनहरा दौर है’ मैंने उर्दू शायरी, शायरों के लिए इससे बेहतर समय नहीं देखा। सोशल मीडिया क्रांति ने उर्दू शायरी की... APR 17 , 2023
इंटरव्यू - संजीव सराफ : ‘‘विदेश में भी होगा जश्न ए रेख्ता का उत्सव" सोशल मीडिया ने उर्दू भाषा और शायरी को प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज हर किसी के फोन... APR 16 , 2023
आवरण कथा/नजरिया: जो वायरल है, उसकी गारंटी नहीं वर्तमान समय में कोई भी क्षेत्र आधुनिकता और तकनीक से अछूता नहीं है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्रांति हर... APR 16 , 2023
जयंती विशेष - अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - हिंदी साहित्य में द्विवेदी युग के प्रमुख प्रतिनिधि एवं खड़ी बोली के निर्विवाद प्रथम महाकवि ‘अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जी का नाम, खड़ी बोली को काव्य-भाषा के रूप में स्थापित करने वाले... APR 15 , 2023