Advertisement

रहन-सहन

पुरानी दिल्ली में आज भी आते हैं भोजनभट

पुरानी दिल्ली में आज भी आते हैं भोजनभट

चांदनी चौक में सदियों पुरानी मुगल काल की दुकान घंटेवाला हाल में बेशक बंद हो गई हो, लेकिन आसपास के दूसरे चाट-पकौड़ी के ठिकाने आज भी खाने-पीने के शौकीनों से गुलजार रहते हैं।
खूबसूरती देखना है तो बुडापेस्ट आइए

खूबसूरती देखना है तो बुडापेस्ट आइए

बुडापेस्ट में कोई भी पर्यटक जीवन भर का सौंदर्य बोध पा लेते हैं। यह ऐसा शहर है जो अपनी प्राचीन पहचान और नएपन को साथ ले कर चलता है। बुडापेस्ट की खूबसूरती सभी को बांधती है। इस खूबसूरत शहर गए फिल्मकार और भारतीय सांस्कृतिक परिषद की क्षेत्रीय सलाहकार समिति, पटना के सदस्य और मैथिली-भोजपुरी अकादमी, दिल्ली के संचालन समिति के सदस्य ने कैसे इस शहर को देखा उन्हीं की नजर से।
आईवीएफ भ्रूणों के लिए संगीत ‌

आईवीएफ भ्रूणों के लिए संगीत ‌

यूं तो बार्सिलोना के गायक एंटोनियो ओरोज्को जब भी स्टेज पर आते हैं, सूट-बूट में होते हैं। लेकिन यह स्पेनिश गायक इस बार अलग तरह की पोशाक में थे। यह खास पोशाक उन्होंने खास कार्यक्रम के लिए पहनी थी। उनके श्रोता भी खास थे। यह कार्यक्रम एक आइवीएफ क्लीनिक में हुआ।
सुंदरता और सेहत, एक सिक्के के दो पहलू

सुंदरता और सेहत, एक सिक्के के दो पहलू

सुंदरता और सेहत एक सिक्के के दो पहलू हैं। ऐसा कहना है सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का। वह बताती हैं कि अच्छी सेहत चेहरे पर रंगत लाती है और अच्छी सेहत की पूंजी है योग।
अच्छी स्मृतियों का राज

अच्छी स्मृतियों का राज

अब यह राज खुल गया है कि मस्तिष्क में अच्छी स्मृतियां कैसे बनती हैं मस्तिष्क के एक विशेष क्षेत्र के न्यूरॉन हर दिन के घटनाक्रम के बारे में तेजी से स्मृतियां बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात कही गयी है।
दो माह में 12 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में पर्यटक हेल्पलाइन

दो माह में 12 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में पर्यटक हेल्पलाइन

सरकार ने सोमवार को बताया कि भारत आने वाले पर्यटकों की सहायता के लिए अतुल्य भारत पर्यटक हेल्पलाइन 12 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अगले दो माह की अवधि के भीतर शुरू होगी।
बम भोले की यात्राएं

बम भोले की यात्राएं

बम भोले के भक्त उनके दर्शनों के लिए यात्राएं कर रहे हैं। कैलाश मानसरोवर के साथ-साथ अमरनाथ यात्रा भी जारी है। भक्तों के जत्थे भोले के दर्शनों के लिए बर्फ के बीच से रास्ता बनाते हुए चल रहे हैं।
प्रकृति के साथ अवसाद की न हो बात

प्रकृति के साथ अवसाद की न हो बात

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो प्राकृतिक माहौल में सैर करने से अवसाद से दूर रहा जा सकता है। जो लोग अवसाद में रहते हैं और शहरी इलाकों या बहुत भीड़ वाली जगह पर रहते हैं या ऐसी ही जगहों पर सैर करते हैं उन्हें सलाह है कि प्रकृति के थोड़ा करीब जाएं।
एक झपकी और पलक झपकते काम

एक झपकी और पलक झपकते काम

दफ्तर में यदि कर्मचारी एक झपकी ले सकें तो वे पलक झपकते ही कोई भी काम कर सकते हैं। एक अध्ययन बताता है कि दफ्तर में झपकी लेने वाले ज्यादा काम करते हैं।
रमजान और पकवान

रमजान और पकवान

रमजान का महीना है और पुरानी दिल्ली की संकरी गलियों से आती लजीज पकवानों की खुशबू लोगों को अपनी ओर खींच रही है। पकवानों की यह खुशबू रोजेदारों के साथ साथ पर्यटकों को भी दिल्ली की एक ऐतिहासिक यात्रा पर ले जाती है जहां उनका साक्षात्कार मुगलकालीन के व्यंजनों से हो रहा है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement