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पंजाब-हरियाणा जल बवाल अब चरम पर, बीबीएमबी चेयरमैन को बनाया बंधक

चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा के बीच पानी को लेकर छिड़ा युद्ध तेज हो गया है। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट...
पंजाब-हरियाणा जल बवाल अब चरम पर, बीबीएमबी चेयरमैन को बनाया बंधक

चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा के बीच पानी को लेकर छिड़ा युद्ध तेज हो गया है। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड(बीबीएमबी)के चेयरमैन ‌‌ मनोज त्रिपाठी को पुलिस की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नंगल में बंधक बना लिया है। घटना के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान चंडीगढ़ से नंगल बांध पहुंच गए हैं।

2 मई को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने पंजाब सरकार को हरियाणा के लिए अतिरिक्त 4500 क्यूसेक पानी छोड़ने के आदेश दिए थे लेकिन 5 मई को विधानसभा के विशेष सत्र में पंजाब सरकार ने हरियाणा को एक भी बूंद अतिरिक्त पानी न दिए जाने को लेकर प्रस्ताव पारित किया। इस बीच हरियाणा को अतिरिक्त पानी दिए जाने का पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश को भी पंजाब की भगवंत मान सरकार ने नकार दिया है।

एक मई से नंगल बांध पंजाब पुलिस के पहरे में है और बांध के कंट्रोल रूम पर लगे ताले की चाबी भी पंजाब पुलिस के अधिकारियों के कब्जे में हैं। बुधवार देर रात भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ‌‌के एक आला अधिकारी ने नंगल डैम से जबरन पानी छोड़ने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

गुरूवार दोपहर बीबीएमबी के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी भी भाखड़ा नंगल डैम पहुंचे लेकिन उन्हें डैम पर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद वह सतलुज सदन में पहुंचे जहां पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर सदन के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया।

एक मई से पंजाब सरकार के कब्जे में भाखड़ा बांध और लोहांद कंट्रोल रूम के संचालन को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि पंजाब सरकार या पंजाब पुलिस बीबीएमबी के कामकाज में दखल नहीं दे सकती। चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस सुमित गोयल की खंडपीठ ने इस संबंध 3 याचिकाओं पर फैसला देते हुए कहा कि पंजाब सरकार भाखड़ा नंगल बांध की सुरक्षा कानून के दायरे में रहकर ही बढ़ा सकती है।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के गृह सचिव की अध्यक्षता में 2 मई को हुई बैठक के फैसले को भी लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसमें हरियाणा को 4500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया था। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अगर पंजाब सरकार बीबीएमबी के फैसले से सहमत नहीं है तो इसके लिए लिए बोर्ड के चेयरमैन के जरिए केंद्र सरकार से बात की जा सकती है पर पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन न करते हुए नंगल बांध पर अपना कब्जा बनाया हुआ है और गुरूवार को बीबीएमबी के गेस्ट हाउस सतलुज सदन को भी कब्जे में ले लिया है।

गुरूवार को सतलुज सदन की तालाबंदी के बाद पंजाब के तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने एक्स पर एक पोस्ट डालकर लिखा है कि नंगल डैम पर तत्काल और सख्त कार्रवाई करते हुए हमने राज्य की सहमति के बिना पंजाब का पानी छोड़ने के बीबीएमबी के अवैध प्रयास को सफलतापूर्वक रोक दिया है। सीएम मान नंगल पहुंचने के बाद आगे कोई आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। पंजाब का पानी लूटने नहीं देंगे। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने पोस्ट डालकर लिखा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री मान औच्छी पब्लिसिटी के बीबीएमबी से टकराव मोल ले रहे है, कानूनी रास्ते अपनाने से कतराते हैं।

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