नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को अभी ठीक एक वर्ष है, रिटायर्ड नौकरशाहों ने पूर्व की भांति राजनीति का दामन थामना शुरू कर दिया है। इस दौरान ऐसे खबरें भी आई कि पूर्व आईपीएस रामेश्वर दयाल ने समाजवादी पार्टी का दामन थामन लिया है। लेकिन उनके तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि उन्होंने कोई राजनीतिक दल नहीं ज्वाइन किया है और न ही कोई ऐसी इच्छा है।
भूल से उनका नाम जाने के लिए हम खेद प्रकट करते हैं।
विभिन्न दलों के नेताओं और आईपीएस अधिकारियों को पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषण शैली पर भी प्रश्न उठाया।उन्होंने कहा कि वे अपने कार्यों के साथ-साथ अपनी भाषा से भी जनता के सभी वर्गों को अपमानित कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कभी भी विकास की बात नहीं करते हैं। उन्हें विकास की बात करनी चाहिए। विकास से ही उत्तर प्रदेश का भला होगा।
समाजवादी पार्टी में सदस्यता ग्रहण करने वालों में कांग्रेस से उषा मौर्य, बसपा जौनपुर से तेज प्रताप मौर्य, विजय प्रताप कुशवाहा, बरेली से सलोना कुशवाहा, चंदौली से बसपा की सुधाकर मौर्य, मज़दूर यूनियन गाज़ियाबाद से बाबू सिंह आर्य, बसपा से वीरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार पल, डॉ. अभिषेक राय आजमगढ़ कांग्रेस, सौम्या पांडेय गोंडा बीजेपी और प्रयागराज के कमल कुमार प्रजापति, शालिनी राकेश ने अपने सहयोगियों के साथ सदस्यता प्राप्त की।