उत्तर प्रदेश की पिछली अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल का एक बड़ा खुलासा हुआ है। उस दौरान यूपी का गौ सेवा आयोग मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव की संस्था ‘जीव आश्रय’ पर काफी मेहरबान रहा।
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भले ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठजोड़ हुआ हो, लेकिन अब दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए हैं। इस खबर की जानकारी देते हुए सपा-कांग्रेस गठबंधन की करारी हार के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि कांग्रेस यूपी में होने वाले निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी।
बिहार के मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव नए विवाद में घिर गए हैं। संसद में तूफानी तेवर के साथ पेश होने वाले यादव सदन के बाहर भी इसी रंग में नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की स्थिति नहीं बनते देख रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने आज 58 प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए कहा कि वह अकेले मैदान में उतरेगी।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी :सपा: के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये 325 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी। इस फेहरिस्त में जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई करीबी मंत्रियों के टिकट काट दिये गये हैं, वहीं कई एेसे नाम भी शामिल हैं जिन पर अखिलेश को एेतराज था। मुलायम सिंह ने सूबे में कांग्रेस के साथ गठबंधन की अटकलों को भी यह कहते हुए खारिज कर दिया कि सपा समूचे सूबे में अकेले चुनाव लड़ेगी।
अमेरिका ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि चूंकि पाकिस्तान की ताकतवर खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने देश की धरती पर संचालित सभी आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, ऐसे में यदि इन आतंकी नेटवर्कों को नष्ट करने के लिए अकेले कार्रवाई करने की जरूरत पड़ती है तो भी वह नहीं हिचकिचाएगा।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बड़े जोरशोर और आक्रामक तरीके से मतदाताओं को लुभाने में जुटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी ने संकेत दिया कि वह चुनाव के लिए किसी के साथ कोई गठबंधन नहीं कर रही है।
महिलाएं अब अपने घर की चार दिवारी से निकलकर अकेले घूमने का साहस करने लगी हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इस चलन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह बदलाव जानकारियों और बुकिंग की सुविधाओं के आसान हो जाने के कारण भी मुमकिन हो पाया है।
जनता परिवार को एकजुट करने की मुहिम बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही खत्म हो गई। समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड से नाता तोड़ते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने की तैयारी कर ली है। पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने इसकी घोषणा भी कर दी।